यूपी में 50 हज़ार सरकारी स्कूल बंद करने के ख़िलाफ़ AAP का प्रदेशव्यापी प्रदर्शन, विनय पटेल बोलें-“गरीब, दलित और पिछड़े समाज के बच्चों को शिक्षा से वंचित करना चाहती है भाजपा”

भाजपा द्वारा शासित राज्य शिक्षा बदहाल कर रहे हैं-इरम रिजवी

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Indinewsline, Lucknow:

योगी सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश के लगभग 50 हजार से अधिक सरकारी स्कूल बंद किए जाने के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने प्रदेश व्यापी विरोध प्रदर्शन किया। इसी के तहत राजधानी लखनऊ में अयोध्या प्रांत अध्यक्ष विनय पटेल के नेतृत्व में जिला कलेक्ट्रेट पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य भवन से लेकर जिला अधिकारी कार्यालय तक पैदल मार्च निकला और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।

सीएम योगी का गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग के समाज के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने वाला फरमान


अयोध्या प्रांत अध्यक्ष विनय पटेल ने कहा कि 50 हजार से अधिक सरकारी स्कूलों को बंद करने का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का फरमान गरीब, दलित और पिछड़े वर्ग के समाज के बच्चों को शिक्षा से वंचित करने वाला फरमान है। योगी सरकार का यह कदम सरकारी स्कूलों को समाप्त करने की एक सोची-समझी साजिश है।

21A के तहत हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार

उन्होंने कहा कि संविधान के आर्टिकल 21A के तहत हर बच्चे को शिक्षा का अधिकार है। ‘राइट टू एजुकेशन’ कानून कहता है कि हर बच्चे को शिक्षा की सुविधा एक किलोमीटर के दायरे में प्राथमिक स्कूल और 3 किलोमीटर के भीतर अपर प्राइमरी स्कूल के रूप में मिलनी चाहिए। लेकिन इस निर्णय से यही स्पष्ट होता है कि योगी सरकार न केवल इस कानून का उल्लंघन कर रही है, बल्कि बच्चों के शिक्षा के अधिकार को छीनने का प्रयास कर रही है।

अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी उठाए जा रहे इसी तरह के कदम


जिला अध्यक्ष इरम रिजवी ने कहा कि भाजपा सरकार द्वारा उत्तर प्रदेश, बल्कि एमपी, असम, उत्तराखंड और अन्य भाजपा शासित राज्यों में भी इसी तरह के कदम उठाए जा रहे हैं। मध्य प्रदेश में 23 हजार असम में आठ हजार और उत्तराखंड में 1,100 सरकारी स्कूल बंद किए गए हैं। उन्होंने कहा​ कि यह न केवल राज्य सरकारों की विफलता को दर्शाता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भाजपा द्वारा शासित राज्य शिक्षा के नाम पर एक बड़ा हमला कर रहे हैं।

योगी सरकार के इस फैसले को तानाशाही फरमान बताते हुए वापस लेने की मांग
आम आदमी पार्टी ने योगी सरकार के इस फैसले का तानाशाही फरमान बताते बंद किए जा रहे सरकारी स्कूलों का आदेश तत्काल वापस लेने की मांग की है। साथ ही कहा है कि प्रदेश में सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा मुहैया कराना सुनिश्चित करे।

प्रदर्शन में प्रमुख रूप से ये सभी रहें मौजूद


प्रदर्शन में प्रमुख रूप से अयोध्या प्रांत अध्यक्ष विनय पटेल, मुख्य प्रवक्ता बंसराज दुबे, जिला अध्यक्ष इरम रिजवी, यूथ महासचिव अंकित परिहार, cyss महासचिव अनित रावत, ललित वाल्मीकि, सुभाषिनी मिश्रा, साहिल अंसारी, नूर सिद्दकी,शत्रुघ्न यदुवंशी, संदीप यादव, शहंशाह हुसैन, राजेश आर्य, राजेश पांडेय, शकीरा सिद्दीकी, माजीसाली, रामजी यादव, असलम खान, कमलेश यादव, साहिल के और खरे जॉनी, अनिल जैन, मेहंदी भाई, डॉक्टर मुकेश यादव, राकेश तिवारी, अभिषेक प्रताप सिंह, ललित तिवारी, मुकेश शुक्ला, नीरज यादव आदि मौजूद रहे।

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