बिसवां क्षेत्र के सदरपुर इलाके में सोमवार को सहायक नहर कटने से ग्रामीणों में जल का तांडव रूप देखकर भगदड़ मच गई थी। कई गांव की आबादी से गुजरी सहायक शारदा नहर का बांध कमजोर होने से पानी के झटके से मिट्टी कट गई और कुछ ही देर में ही पानी कई गांवों को अपनी दहकती कोख मे भर लिया। उसके बाद जल का तांडव देख ग्रामीणों के होश उड़ गए। कुछ ही देर में पानी घरों में भी घुस गया।
घटना की जानकारी होते ही तत्काल पानी को नहर में रोक दिया गया। पानी इतना अधिक था कि हजारों से अधिक संख्या में लोगों का जनजीवन अस्त- व्यस्त हो गया।
मवेशियों को ऊंचे और सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है। पुलिसकर्मी नाव में सवार होकर जल पुलिस के साथ हालत का जायजा ले रहे हैं। अभी पानी का बहाव रोक दिया गया है। पानी का भराव अभी भी सीमा से अधिक है। लोगों से अपील की गई है कि फिलहाल अभी अपने घरों को न जाए। सुरक्षित स्थानों पर ही रहें।
लोढौरा गांव से काफी तेज गति से कटा था नहर बांध, इस मामले मे ग्रामीणों ने सुनाई आपबीती
बिस्वा क्षेत्र में जल तांडव से पीड़ित लोगों ने कि अगर विभाग इस बात को संज्ञान लेता तो शायद आज यह मंजर न देखना पड़ता।
महमूदाबाद एसडीएम सीखा श्रीवास्तव ने बताया कि पानी के तेज बहाव ने फसलों को भी घातक नुकसान पहुंचाया है। इस घटना को नियंत्रण मे लाने के लिए तैयार की गई इन थानों की पुलिस बटालियन के लोग बिस्वा, हरगांव, रामपुर कला, महमूदाबाद, तालगांव, कमलापुर में घूमकर जायजा ले रही है।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक सीतापुर ने सभी थानों की पुलिस फोर्स को कार्य करने के लिए पुलिस नायक संचालक बनाए हैं।
-बिसवां कोतवाल तेजप्रताप सिंह
वहीं मंडलायुक्त रौशन जैकब ने बाढ़ से पलायन कर रहे लोगों से बचने और सुरक्षित स्थानों पर ही रहने की अपील की है। बाकी प्रशासन के लोगों से नम्रता से पेस आने की बात कही है। लोगों के खाने-पीने और बचने के लिए राहत टीमें लगातार काम कर रही हैं। बांध कटने की जांच के बाद की जल विभाग के कर्मचारियों पर कार्यवाही की जाएगी।