लखनऊ में निजी अस्पताल की मनमानी:ढाई लाख वसूलने के बाद किया किनारा,प्रसूता की मौत
निजी अस्पताल पर इलाज में कोताही का आरोप
लखनऊ। राजधानी लखनऊ में निजी अस्पताल संचालकों पर कोई कार्रवाई नहीं होती। इसका खामियाजा मरीज भुगतते हैं। शहर में ठाकुरगंज के निजी अस्पताल ने प्रसूता के इलाज के नाम पर ढाई लाख रुपये वसूल लिए। जब हालत गंभीर होने लगी तो उसे बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया। वहां कुछ ही देर बाद उसकी मौत हो गई। परिवारीजनों ने निजी अस्पताल पर इलाज में कोताही का आरोप लगाया है। इस मामले की जांच होगी।
17 जुलाई को लखीमपुर खीरी निवासी सीमा (28) को प्रसव पीड़ा के बाद परिवारीजनों ने स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया था। पति उत्तम कुमार का आरोप है प्रसव के दौरान शिशु की मृत्यु हो गई जबकि जच्चा की हालत गंभीर हो गई। प्राइवेट अस्पताल संचालक ने उनको लखनऊ में दुबग्गा स्थित दूसरे निजी अस्पताल में शिफ्ट करा दिया। वहां सात दिनों तक सीमा भर्ती रहीं। पति का आरोप है कि जांच व दवा के नाम पर करीब ढाई लाख रुपये निजी अस्पताल ने वसूल लिए। इसका कोई बिल भी नहीं दिया। सोमवार को हालत नाजुक बताकर सीमा को बलरामपुर अस्पताल रेफर कर दिया। एम्बुबैग के सहारे परिवारीजन मरीज को लेकर दोपहर करीब 12 बजे बलरामपुर अस्पताल की इमरजेंसी में पहुंचे। यहां डॉक्टरों ने मरीज को भर्ती कर इलाज शुरू किया और कुछ ही देर में उसकी मौत हो गई। परिवारीजनों ने दुबग्गा के निजी अस्पताल पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया है। सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी। पीड़ित परिवार लिखित शिकायत भी दर्ज करा सकते हैं।