सुल्तानपुर रोड स्थित पहाड़ नगर टिकरिया में बुधवार को एलडीए की बुलडोजर कार्रवाई का जमकर विरोध हुआ। इस दौरान महिलाओं ने बुलडोजर पर चढ़कर टीम का विरोध जताया। बड़ी संख्या में मौजूद महिलाओं के साथ ही पुरुषों ने भी कार्रवाई के खिलाफ नारेबाजी व प्रदर्शन किया। बारिश के दौरान एलडीए और लोगों के बीच घंटों तक हंगामा चलता रहा।
लोगों का कहना था कि एलडीए की टीम बिना किसी नोटिस के मकानों को गिराने पहुंची थी जबकि उनके पास मकानों के जायज कागज हैं। इसी के खिलाफ बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और कार्रवाई का जमकर विरोध जताया। अब इस कार्रवाई के विरोध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर गुहार लगाएंगे।
निजी डेवलपर ने जमीन बेचकर उस पर बसा दी कॉलोनी
सुल्तानपुर रोड स्थित पहाड़ नगर टिकरिया इलाके में पूर्वांचल सिटी के नाम से निजी डेवलपर द्वारा जमीन का विक्रय कर उस पर कॉलोनी बसाई गई थी। इसके खिलाफ एलडीए के विहित न्यायालय में वाद पारित कर उक्त भूमि को खाली कराने के आदेश जारी किए गए थे।
इसी आदेश के पालन हेतु बुधवार को एलडीए की टीम गोसाईगंज पुलिस और पीएसी के साथ पूर्वांचल सिटी का ध्वस्तीकरण करने पहुंची थी। वहीं, ध्वस्तीकरण की सूचना पर बड़ी संख्या में स्थानीय निवासियों के साथ निजी डेवलपर के लोग भी साइट पर पहुंच गए। सभी ने मिलकर एलडीए की टीम के खिलाफ नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन शुरू कर दिया। इसके बाद एलडीए की टीम बिना कार्रवाई किए ही वहां से वापस लौट गई।
एक दशक पहले अपने जीवन भर की जमा पूंजी लगाकर बनवाये मकान
कार्रवाई का विरोध कर रहे लोगों ने कहा कि करीब एक दशक पहले हम लोगों ने अपने जीवन भर की जमा पूंजी लगाकर यह मकान बनवाए हैं। घरों में बजली कनेक्शन हैं, सरकारी सड़कें हैं तो कैसे यह जमीन अवैध हो गई। अचानक एलडीए की नींद टूटी और ये लोग बुलडोजर लेकर मकान गिराने आ गए।
आखिर जब यहां मकान बन रहे थे तो एलडीए के जिम्मेदार कहां थे। हम लोगों ने जब अपना सबकुछ लगाकर मकान तैयार किए तो एलडीए इन्हें अवैध बता रहा है। लोगों ने कहा कि हम इस कार्रवाई के विरोध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर भी गुहार लगाएंगे।
बुलडोजर के ऊपर चढ़ीं महिलाएं, पुरुषों ने भी की नारेबाजी
कार्रवाई के विरोध में कई महिलाएं बुलडोजर के ऊपर चढ़ गईं जबकि अन्य महिलाएं उसके आगे खड़ी होकर विरोध जताने लगी। पुरुषों ने भी नारेबाजी शुरू कर दी। इस बीच पुलिस और पीएसी की टीम ने कई बार उन्हें हटाने का प्रयास किया। इसके बावजूद प्रदर्शन कर रही महिलाओं के सामने किसी की नहीं चली। आखिरकार टीम को बिना कार्रवाई किए बेरंग वापस लौटना पड़ा।
बुधवार को बारिश के दौरान एलडीए और लोगों के बीच घंटों तक हंगामा चलता रहा। लोगों का कहना था कि यह जमीन उन्होंने नियमानुसार खरीदकर उसपर मकानों का निर्माण किया है। जिसके उनके पास वैध दस्तावेज हैं। जबकि एलडीए का पक्ष था कि जमीन एलडीए के खाते में है और विहित न्यायालय द्वारा पारित वाद में फैसला आने के बाद ही नियमानुसार यह कार्रवाई की जा रही है।