भारतीय मजदूर संघ एक राष्ट्रवादी श्रम संगठन है, यह प्रदेश के करोड़ों श्रमिकों व मजदूरों के हकों की लड़ाई लड़ता हैं। यह एक सम्मानजनक कार्य है और ट्रेड यूनियन करने वाले किसी व्यक्ति की गरिमा के खिलाफ नहीं है।
ये बातें भारतीय मजदूर संघ उत्तर प्रदेश के महामंत्री अनिल उपाध्याय ने शिक्षक दिवस के अवसर पर गोरखपुर में सीएम योगी द्वारा शिक्षकों को ट्रेड यूनियन से न जुड़ने की सलाह पर कही है। जिसमें मुख्यमंत्री ने ट्रेड यूनियन कार्य को शिक्षकों की गरिमा के खिलाफ बताया और कहा है कि यदि शिक्षक ट्रेड यूनियन से जुड़ने का प्रयास करेंगे तो वह स्वयं अपने सम्मान से खिलवाड़ करेंगे।
अपने स्थापना से ही श्रमिकों व मजदूरों के हकों की लड़ाई लड़ता आ रहा है
प्रदेश महामंत्री ने कहा कि 1955 में अपने स्थापना काल से ही भारतीय मजदूर संघ श्रमिकों व मजदूरों के हकों की लड़ाई लड़ता आ रहा है। यदि कोई अपने हक के लिए लड़ता है या ट्रेड यूनियन करता है तो वह उसकी गरिमा के खिलाफ नहीं बल्कि अपनी गरिमा बढ़ाने का कार्य करता है।
ट्रेड यूनियन सिर्फ श्रमिक जगत के लिए कार्य करता है
प्रदेश महामंत्री ने मुख्यमंत्री योगी के बयान पर निराशा जाहिर करते हुए कहा कि ट्रेड यूनियन एक सम्मानजनक कार्य है जो सिर्फ श्रमिक जगत के लिए कार्य करता है न कि अपने स्वार्थ के लिए।
ट्रेड यूनियन प्रदेश भर में लगभग 14 से 15 करोड़ कर्मचारी/श्रमिक तथा उनके परिवार भावना को देखते हुए प्रदेश के मुखिया का ऐसा बयान देना उचित नहीं है।