यूपी की राजधानी लखनऊ में किडनी चोरी का मामला सामने आया है। यहां ठाकुरगंज के एशियन अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज सतीश कुमार (40) की मौत हो गई। परिजनों ने उनके फोड़े का इलाज कराने के लिए यहां भर्ती कराया था।
जब परिजनों ने मौत का कारण पूछा तो चिकित्सकों ने कहा कि उसकी एक किडनी खराब थी। जबकि मौत से पहले हुई जांचों में चिकित्सकों ने एक भी बार किडनी खराब होने की बात नहीं कही थी। परिजनों ने अस्पताल व डॉक्टरों पर किडनी निकालने का आरोप लगाकर जमकर हंगामा किया।
मौके पर पहुंची ठाकुरगंज पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को समझा-बुझाकर शांत कराया। मुकदमा दर्ज कराने के लिए तहरीर भी दी है। पुलिस मामले की जाँच में जुटी है। साथ ही शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। वहीं सीएमओ का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
हरदोई से भाई को लेकर इलाज के लिए लखनऊ के मेडिकल कॉलेज पहुंचा
हरदाई के अकरौली थाना के पिपरगांव भरावन निवासी रजनीश ने बताया कि अपने भाई सतीश को 8 सितंबर को मेडिकल कॉलेज में इलाज के लिए लेकर आया था। पेट में फोड़ा होने की वजह से उसे तकलीफ हो रही थी। मेडिकल कॉलेज में चिकित्सकों ने उससे पाइप के माध्यम से इलाज करने की बात कही।
हालांकि भाई ने मेडिकल कॉलेज में किसी कारणवश इलाज कराने से मना कर दिया और निजी अस्पताल में इलाज कराने की बात कही।
चिकित्सकों ने बड़ा ऑपरेशन की बात कहते हुए एशियन अस्पताल भेजा
पीड़ित आठ सितंबर को ओम साईं अस्पताल में इलाज के लिए पहुंचा। यहां चिकित्सकों ने बड़ा ऑपरेशन किए जाने की बात कहते हुए ठाकुरगंज स्थित एशियन अस्पताल भेज दिया। यहां उससे कहा गया कि दूरबीन द्वारा ऑपरेशन कर के इन्फेक्शन और फोड़े को साफ़ कर निकाल दिया जाएगा। इसके बाद चिकित्सकों ने उसे बातों में लेकर भर्ती कर लिया।
चिकित्सकों ने बिना बताए मरीज के पेट में लगा दिया बड़ा चीरा
आरोप है कि एशियन अस्पताल में चिकित्सकों ने दूरबीन के माध्यम से ऑपरेशन करने की बात कही थी। इसके बाद ही वह इलाज के लिए राजी हुए। हालाँकि वहाँ मौजूद चिकित्सकों ने बिना बताए सतीश के पेट में बड़ा चीरा लगाकर उसके घाव को ऑपरेट कर दिया। ऑपरेशन के बाद परिजनों से ब्लड लाने की बात कही गई। परिवार ने किसी तरह ब्लड का इंतज़ाम किया। जब ब्लड लेकर रजनीश अस्पताल पहुंचा तो वहां मौजूद डॉक्टरों व कर्मचारियों ने कहा कि सतीश की किडनी खराब थी। इस वजह से उनकी मौत हो गई है।
किडनी खराब होने से मौत की बात से परिजन हैरान
किडनी खराब होने की बात उसके परिजनों के गले नहीं उतरी। उन्होंने अस्पताल स्टाफ से कहा कि यदि एक किडनी खराब थी तो दूसरे पर भी व्यक्ति जीवित रह सकता है। इस पर स्टाफ ने पहले एक किडनी और बाद में दोनों किडनी खराब होने की बात कह दी। इसी बात से परिजन नाराज हो गए।
उन्होंने अस्पताल पर लापरवाही का आरोपी लगाते हुए हंगामा भी किया। इसके बाद परिजनों की ओर से ठाकुरगंज थाने में तहरीर दी गई है। पुलिस मामले की जाँच में जुटी है। वहीं सीएमओ डॉ.मनोज अग्रवाल का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।