अब राजधानी लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में सुरक्षा की कमान गार्डों की जगह रिटायर सैन्यकर्मी संभालेंगे। अक्टूबर से 56 भूतपूर्व सैनिक 24 घंटे निगरानी करेंगे। इनकी ड्यूटी आईसीयू, इमरजेंसी व मुख्य गेट पर लगायी जाएगी।
तर्क यह है कि मौजूदा सुरक्षा गार्डों की मरीज व तीमारदार सुनते नहीं है। उल्टा झड़प व मारपीट पर आमदा हो जाते हैं। इसी के चलते अस्पताल प्रशासन ने यह निर्णय लिया है। वहीं इस निर्णय से अस्पताल की सुरक्षा में 105 कर्मचारियों की नौकरी चली जाएगी। इसमें 101 सुरक्षाकर्मी, तीन सुपरवाजर व एक गनमैन की तैनाती की गई है।
निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण ने बताया कि सैनिक सुरक्षा कल्याण विभाग से अनुबंध करने जा रहे हैं। 160 रिटायर सैन्यकर्मी मांगे हैं। पहले चरण में 56 सैन्यकर्मियों को अस्पताल के आईसीयू, इमरजेंसी, नर्सिंग कॉलेज, एसएसबी और न्यू बिल्डिंग के साथ ही संवेदनशील स्थानों में शिफ्ट वार तैनात किया जाएगा।
वहीं सैन्य कर्मी मुख्य गेट से लेकर पूरे अस्पताल में हर पल नजर रखेंगे। इन्हें अधिकार होंगे। बाहरी व्यक्ति दिखने पर उसे तुरंत बाहर कर सकेंगे। संदिग्ध होने पर पुलिस को सुपुर्द करेंगे।
निदेशक ने बताया कि अस्पताल में सभी मरीजों और तीमारदारों के पास जारी किये जाएंगे। अस्पताल के कर्मचारियों और डॉक्टरों को पास जारी किये गए हैं।