कांग्रेस को झटका, AAP में शामिल हुए चौधरी मतीन अहमद के बेटे और बहु
आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को टोपी और पटका पहनाकर आम आदमी पार्टी की सदस्यता दिलवाई
नई दिल्ली
कांग्रेस पार्टी से पांच बार के विधायक रहे चौधरी मतीन अहमद के बेटे चौधरी जुबेर अहमद और बहू शगुफ्ता चौधरी मंगलवार को आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। दोनों ने मंगलवार को आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। जिसके बाद अरविंद केजरीवाल ने दोनों को पटका पहनाकर आम आदमी पार्टी की सदस्यता दिलाई। जुबेर अहमद और शगुफ्ता चौधरी कांग्रेस पार्टी से बाबरपुर से जिलाध्यक्ष और पार्षद हैं। इस दौरान संजय सिंह ने कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में देश और समाज में बड़े परिवर्तन की लड़ाई की चल रही है, मुझे खुशी है जुबैर अहमद और शगुफ्ता अहमद इसका हिस्सा बन रहे हैं। चौधरी जुबेर अहमद और शगुफ्ता चौधरी के आने से बाबरपुर जिले में आम आदमी पार्टी को मजबूती मिलेगी। वहीं जुबेर अहमद और शगुफ्ता चौधरी ने कहा कि दिल्ली को केजरीवाल की जरूरत है। दिल्ली की जनता चाहती है कि हम अरविंद केजरीवाल के साथ आकर सीलमपुर विधानसभा में विकास और शांति लाएं।
संजय सिंह ने कहा कि चौधरी जुबेर अहमद के पिता मतीन अहमद लगातार पांच बार सीलमपुर क्षेत्र से विधायक रह चुके हैं। जब दिल्ली में आम आदमी पार्टी की पहली बार सरकार बनी थी, तब विधायकों को शपथ दिलाई गई थी, उस समय मतीन अहमद प्रोटेम स्पीकर थे। तो इनका उस राजनीतिक परिवार से नाता है। यह स्वंय में भी अपनी एक अच्छी राजनीतिक पैठ रखते हैं।
वहीं, इस मौके पर ‘आप’ मंत्री इमरान हुसैन ने कहा कि चौधरी जुबेर अहमद और शगुफ्ता चौधरी के आने से बाबरपुर जिले में आम आदमी पार्टी को मजबूती मिलेगी। अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के शिक्षा, स्वास्थ्य या फ्री बिजली, मोहल्ला क्लीनिक की नीतियां दिल्ली के लोगों के सिर चढ़कर बोलती हैं।
चौधरी जुबेर अहमद ने कहा कि दिल्ली को अरविंद केजरीवाल की जरूरत है, इसी को देखते हुए हम ‘आप’ में शामिल हो रहे हैं। वहीं, शगुफ्ता चौधरी ने कहा कि हम आम आदमी पार्टी में शामिल हुए हैं क्योंकि दिल्ली में जो विकास हुआ है, उससे जनता काफी खुश है। जनता ही एक दिन में होरी और जीरो बनाती है। जनता यही चाहती थी कि हम अरविंद केजरीवाल का हाथ थामें और पार्टी में शामिल हो जाएं। हम चाहते हैं कि हमारी सीलमपुर विधानसभा में विकास के साथ-साथ लोग शांति से रहें।