लखनऊ में नि:शुल्क सर्वांग मिट्टी से लेपन कर हुआ इलाज, चिकित्सक बोले- ‘इन बीमारियों से मिलता है छुटकारा?’

शरीर में सर्वांग मिट्टी के लेप से विजातीय द्रव्य निकल जाते हैं और मांसपेशियां टोन होती हैं

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Indinewsline, Lucknow:
लखनऊ में इंदिरा नगर स्थित वैदिक योग-प्राकृतिक चिकित्सा संस्थान में रविवार को प्राकृतिक चिकित्सा (नेचुरोपैथी) से स्वास्थ्यकर्मियों को नि:शुल्क सर्वांग मिट्टी से लेपन कर उनका इलाज किया गया। विवेकानंद आयुर्विज्ञान संस्थान के वरिष्ठ प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. दिनेश कुमार ने बताया कि मिट्टी चिकित्सा, प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति की अभिन्न उपचार विधि है। शरीर में सर्वांग मिट्टी के लेप से विजातीय द्रव्य निकल जाते हैं और मांसपेशियां टोन होती हैं। त्वचा में झुर्रियां नहीं पड़ने पाती हैं। साथ ही त्वचा रोग खाज, खुजली, एग्जिमा एवं सोरायसिस जैसी बीमारियां दूर होती हैं। शरीर के सभी अंग सुचारू रूप से काम करने लगते हैं।

महात्मा गांधी को भी कब्ज रोग से मिली थी मुक्ति
बलरामपुर अस्पताल के वरिष्ठ प्राकृतिक चिकित्सक एवं योग विशेषज्ञ डॉ. नन्दलाल यादव ने बताया कि एडोल्फ जुस्ट की पुस्तक रिटर्न टू नेचर का विशेष अध्ययन कर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अपने वर्षों पुराना पेट रोग कब्ज से छुटकारा पाया तथा उन्होंने अपने आश्रम के बहुत सारे लोगों को मिट्टी चिकित्सा से आरोग्य प्रदान किया। प्राकृतिक चिकित्सा की विशेषता को देखते हुए महात्मा गांधी ने निसर्गो उपचार केंद्र उरलीकांचन पुणे की स्थापना करवाई, जो आज भी लगभग 200 बेड का इंडोर प्राकृतिक चिकित्सालय संचालित है। जहां देश-विदेश से आए सैकड़ो रोगी प्रतिमाह लाभान्वित होते हैं। शरीर शोधन की दृष्टि से वर्ष में एक से दो बार, 10 दिन प्राकृतिक चिकित्सा का इलाज लेने से शरीर पूर्णतया शोधित हो जाता है, रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, व्यक्ति हमेशा प्रसन्नचित एवं स्वस्थ बना रहता है।

नेचुरल ब्यूटी के लिए चेहरे तथा फुल बॉडी का मिट्टी से लेप करें महिलाएं


वरिष्ठ महिला प्राकृतिक चिकित्सक डॉ. नीलम यादव ने बताया कि मिट्टी चिकित्सा से शरीर व पसीने की दुर्गंध दूर होती है। चेहरे पर ग्लो आता है। उन्होंने कहा कि महिलाओं को नेचुरल ब्यूटी के लिए चेहरे का तथा फुल बॉडी का मिट्टी लेप करना चाहिए।

जमीन से 3 फीट नीचे की होनी चाहिए मिट्टी
डॉ. नीलम ने बताया की खेती योग्य साफ सुथरी मिट्टी जो कंकर पत्थर रहित हो जमीन से 3 फीट नीचे की होनी चाहिए। उसमें किसी तरह की मिलावट कंकड़, पत्थर या रासायनिक खाद आदि नहीं होनी चाहिए। प्रयोग में लाने से पूर्व मिट्टी को साफ करके धूप में अच्छी तरह सुखाकर एक दिन पूर्व आवश्यकता अनुसार भिगोकर रखें। प्रात: काल आवश्यकता अनुसार सर्वांग मिट्टी लेपन करें। 45 मिनट बाद स्वच्छ पानी से स्नान कर लें। देखेंगे कि शरीर हल्का एवं ताजगी से भरपूर हो जायेगा। उन्होंने कहा कि महिलाएं अपनी नेचुरल ब्यूटी लाने के लिए चेहरे पर भी इसका लेपन करके अपने को सुंदर बना सकती हैं।

कार्यक्रम में इन लोगों ने भी की सहभागिता
कार्यक्रम में हरीश सुरतानी, दयाराम मोर्य, शिवम वर्मा, जनार्दन यादव, डॉ. दिनेश कुमार, एडवोकेट विवेक पांडेय, आशीष, चंदन कुमार, शिशिर सिंह, मोहम्मद उमर, अनुराग, पार्थ एवं सार्थक आदि शामिल रहे।

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