गोवा में जॉब के नाम पर भाजपा ने किया महा भ्रष्टाचार- संजय सिंह

नौकरी के बदले रिश्वत लेने वाले इस घोटाले में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की पत्नी का भी नाम सामने आया है।

0 160
नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी ने गोवा में भाजपा द्वारा जॉब के बदले रिश्वत लेने का बड़ा खुलासा किया। पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने “आप” गोवा प्रदेश अध्यक्ष अमित पालेकर के साथ प्रेसवार्ता कर कहा कि गोवा में जॉब के नाम पर भाजपा ने महा भ्रष्टाचार किया है। नौकरी के बदले रिश्वत लेने वाले इस घोटाले में मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की पत्नी का भी नाम सामने आया है।गोवा के तत्कालीन राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने भी कहा था कि सीएम प्रमोद सावंत की पत्नी जॉब देने के बदले पैसा खाती है। जिस व्यक्ति ने नौकरी के बदले रिश्वत की जानकारी दी, उसे अपनी जान भी देनी पड़ी। वहीं, अमित पालेकर ने कहा कि अगर इस घोटाले में भाजपा का कोई नेता शामिल नहीं है तो सरकार न्यायिक जांच समिति बैठाने से क्यों घबरा रही है?
उन्होंने कहा कि गोवा आज बेरोजगारी की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। वहां के नौजवान रोजगार की तलाश में दर-दर भटक रहे हैं। भाजपा ने पिछले 10 वर्षों में नौकरी देने के नाम पर किस प्रकार से भ्रष्टाचार किया है, यह सबके सामने है। नौकरी के नाम पर वहां रिश्वतखोरी की गई है, जिसमें कोई साधारण व्यक्ति नहीं बल्कि मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत की पत्नी तक का नाम जुड़ा है। उनके मंत्रियों और उनके घर आने-जाने वाली महिला का भी इस रिश्वतखोरी में नाम आया है। मंत्रियों को हटाया गया है, और लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इतना ही नहीं, इस रैकेट से जुड़े व्यक्ति और जॉब स्कैम की जानकारी रखने वाले व्यक्ति ने आत्महत्या तक कर ली है।
संजय सिंह ने कहा कि प्रमोद सावंत ने दोबारा मुख्यमंत्री बनने के बाद एक स्टाफ सर्विस कमीशन और गोवा ह्यूमन रिसोर्स डेवलपमेंट कॉर्पोरेशन की तरफ से कुछ संविदा आधारित नौकरियों के लिए प्रचार किया, जिसमें 30 हजार लोगों ने आवेदन किया। लेकिन जब हमारी पार्टी के नेताओं ने यह जानने की कोशिश की कि ये 30 हजार लोग कौन हैं, तो पता चला कि इन 30 हजार में से 6 हजार के फॉर्म का कोई रिकॉर्ड ही नहीं है। यह देश और दुनिया का अद्भुत स्कैम है, जिसमें नौकरी के लिए आवेदन करने वाले लड़के-लड़कियों का कोई पता नहीं है। सीरियल नंबर 1 से लेकर 6 हजार तक के फॉर्म का कोई पता नहीं है। इसका मतलब यह 945 नौकरियां पहले से बिक चुकी हैं और इनके नाम पर रिश्वत खाई जा चुकी है। पहले ही तय था कि उन्हीं लोगों के नाम पर नौकरियां दी जाएंगी। इसी बीच एक और गंभीर मामला सामने आया।
Leave A Reply