संसद में बाबा साहब का अपमान के खिलाफ सड़क पर उतरा AAP, जानें क्या है पूरा मामला
मंगवार को संसद में अमित शाह ने कहा था कि अंबेडकर-अंबेडकर करने से कुछ नहीं होगा - केजरीवाल
नई दिल्ली,
भाजपा नेता और देश के गृहमंत्री अमित शाह द्वारा दलितों, शोषितों और वंचितों के मसीहा बाबा साहब डॉ. अंबेडकर का अपमान करने पर आम आदमी पार्टी ने कड़ी आपत्ति की है। बुधवार को “आप” के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं ने भाजपा मुख्यालय पर हल्ला बोल दिया। अरविंद केजरीवाल खुद अपने हाथ में “बाबा साहब का अपमान, नहीं सहेगा हिंदुस्तान” लिखी तख्ती लेकर पैदल ही भाजपा मुख्यालय की तरफ कूच किए। उनके साथ वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, संजय सिंह, दिल्ली की सीएम आतिशी, कैबिनेट मंत्री सौरभ भारद्वाज समेत तमाम नेता नारेबाजी करते हुए आगे बढ़ रहे थे।
दिल्ली पुलिस ने सबको बीच रास्ते में रोक दिया तो वो सड़क पर ही बैठ गए और अपना विरोध जताया। इस दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा कि बाबा साहब अंबेडकर का अपमान आम आदमी पार्टी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगी। बाबा साहब के दिए हुए संविधान की वजह से आप लोग सत्ता में आए हो। अगर आपको बाबा साहब के नाम से आपत्ति है तो अपनी सत्ता छोड़ दो। बाबा साहब का अपमान करने के लिए अमित शाह के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
अरविंद केजरीवाल ने आगे कहा कि लेकिन आज जिस तरह से प्रधानमंत्री मोदी, अमित शाह के समर्थन में उतर आए, उससे ऐसा लगता है कि मंगलवार को जो अमित शाह ने कहा था वह भाजपा की एक सोची हुई रणनीति थी। जिसके तहत संसद में बाबा साहब अंबेडकर का अपमान किया गया। हम इसकी कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। अब यह साफ हो गया है कि भाजपा बाबा साहब अंबेडकर के खिलाफ है, संविधान के खिलाफ है। अब भाजपा के जितने समर्थक हैं, उन्हें चुनना पड़ेगा कि या तो वो भाजपा के साथ हैं या बाबा साहब अंबेडकर के साथ हैं। वो दोनों के साथ नहीं हो सकते। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने यह साफ कर दिया है कि वो बाबा साहब अंबेडकर के खिलाफ हैं। तो भाजपा के समर्थकों को अब तय करना पड़ेगा कि क्या वो भाजपा के साथ हैं या बाबा साहब अंबेडकर के साथ हैं।