लखनऊ में कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल कार्यकर्ता की मौत, अजय राय बोले- ‘यह मौत नहीं हत्या है’

मौत की जानकारी मिलते ही ब्रजेश पाठक पहुंचे थे सिविल अस्पताल

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Indinewsline, Lucknow:
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में कांग्रेस के प्रदर्शन में शामिल युवा कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पांडेय (29) की मौत हो गई। कांग्रेस ने पुलिस की धक्का- मुक्की और नोकझोंक को इस घटना का जिम्मेदार बताया है। घटना की जानकारी मिलने पर यूपी के डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी सिविल अस्पताल पहुंचे। मौत का कारण अभी पता नहीं चल सका है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट हो सकेगा।

पुलिस की धक्कामुक्की से प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी हुए थे बेहोश


इससे पहले पुलिस की धक्कामुक्की के कारण प्रदेश अध्यक्ष अजय राय भी बेहोश हो गए थे। सिविल अस्पताल पहुंचे अजय राय ने कहा कि हमारे कार्यकर्ता की मौत नहीं बल्कि उसकी हत्या की गई है। कार्यकर्ता प्रदर्शन के दौरान वह बेहोश हो गया था। इसके बाद उसे कांग्रेस कार्यालय लाया गया। यहां अस्पताल में उसे मृत घोषित किया गया है।

उन्होंने इस पूरे प्रकरण की जांच कराने की मांग की। उन्होंने मुख्यमंत्री से प्रभात के परिवार को 1 करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता तथा एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की है। अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गयी।

प्रदर्शन के दौरान मेरा गला दबाया गया- अजय राय, एनएसयूआई कार्यकर्ता को भी लगी चोट


अजय राय ने सिविल में पत्रकारों से कहा कि प्रदर्शन के दौरान हमारा गला दबाया गया। हम खुद बेहोश हो गए थे। हमें जूते से मारा गया। पुलिस प्रशासन की ओर से पूरी तरीके से अत्याचार, अन्याय और जुल्म किया गया। उसी में हमारे कार्यकर्ता की मौत हो गई।
उन्होंने कार्यकर्ताओं पर लाठीचार्ज करने का भी आरोप लगाया। कहा कि लाठीचार्ज में एनएसयूआई कार्यकर्ता अदनान जाफरी को भी गंभीर चोटें आयी हैं। वह अस्पताल में भर्ती है। पुलिस द्वारा नकली बैरिकेंडिंग लगाया गया था। जिसका हम पहले से ही विरोध कर रहे थे।

बैरिकेडिंग हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या करने के लिए लगाया गया था
अजय राय ने कहा कि इस बैरिकेडिंग से हमारे कार्यकर्ताओं की हत्या करने के लिए लगाया गया था। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता की मौत के लिए सरकार जिम्मेदार है। यह हमारे कार्यकर्ता की हत्या है। युवा नेता की मौत पर कांग्रेस ने पुलिस के बल प्रयोग और नुकीले बैरिकेड्स को कारण बताया है। कांग्रेस ने कहा कि आज विधानसभा घेराव करने जा रहे कांग्रेसजनों को रोकने के लिए पुलिस द्वारा किये जा रहे धक्का-मुक्की व बल प्रयोग से गोरखपुर में सहजनवा के देईपार गांव निवासी युवा कांग्रेस कार्यकर्ता प्रभात पाण्डेय की मौत हो गई है। इस घटना से पूरा कांग्रेस परिवार आहत और आक्रोशित है।

हजारों कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता विधानसभा को घेरने के इरादे से कार्यालय मुख्यालय पर हुए थे एकत्र
कांग्रेस ने जन सरोकार के मुद्दों पर योगी सरकार के विफल रहने का आरोप लगाते हुए लखनऊ में हजारों कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता बुधवार को विधानसभा को घेरने के इरादे से कार्यालय मुख्यालय पर एकत्र हुए थे। पुलिस के सख्त पहरे के चलते उनका अभियान पार्टी दफ्तर से चंद कदम दूर तक ही चल सका।

पुलिस की नोकझोंक, कई कार्यकर्ता और नेता पुलिस की बैरिकेडिंग पर चढऩे के कारण हुए चोटिल
इस दौरान कांग्रेस नेताओं और कार्यकर्ताओं के साथ पुलिस की नोकझोंक होती रही। कई कार्यकर्ता और नेता पुलिस की बैरिकेडिंग पर चढऩे के कारण चोटिल भी हुए। पुलिस से बहस और विवाद के बीच अजय राय भी एक बार बेहोश हुए। कार्यकर्ताओं ने पानी का छींटा मारा तब उन्हें होश आया।

अजय राय समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता अस्पताल पहुंच गए
इसी बीच गोरखपुर से आए युवा कांग्रेसी भी धक्कामुक्की और नोकझोंक के बीच बेसुध हो गए। तत्काल उन्हें सिविल अस्पताल लाया गया। यहां कुछ देर बाद ही उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। युवा कांग्रेसी की मौत की खबर मिलते ही कांग्रेसियों में हड़कंप मच गया। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता अस्पताल पहुंच गए। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक भी सिविल अस्पताल पहुंचे।

सरकार और पुलिस की बर्बरता ने हमारे एक कार्यकर्ता की जान ले ली


कांग्रेस ने कहा कि योगी सरकार की हत्यारी पुलिस ने रात से प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के चारों ओर नुकीले बैरिकेड्स से किलेबन्दी कर रखी थी और बुधवार को उनकी बर्बरता ने हमारे एक कार्यकर्ता की जान ले ली। हम इस दुर्घटना को बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेंगे। अजय राय ने मंगलवार की रात ही नुकीली बैरिकेड्स पर ऊंगली उठाते हुए आरोप लगाया था कि यह कांग्रेस कार्यकर्ताओं की हत्या की साजिश है। इस बीच आज की घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

मुझे जैसे ही पता चला तत्काल अस्पताल के निदेशक को फोन किया- ब्रजेश पाठक
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि मुझे जैसे ही पता चला तत्काल अस्पताल के निदेशक को फोन करके कहा कि बच्चा पहुंच रहा है। उसके इलाज की व्यवस्था कीजिए। मैं खुद भी अस्पताल के लिए निकला। लेकिन यहां आने पर पता चला कि बच्चे की मौत हो गई है। उसका तत्काल पोस्टमार्टम कराने का इंतजाम किया जा रहा है। रात को शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

प्रभात को कांग्रेस मुख्यालय से सिविल अस्पताल में बेहोशी की हालत में लाया गया था


लखनऊ की पुलिस उपायुक्त मध्य रवीना त्यागी के अनुसार शाम पांच बजे प्रभात पांडेय को कांग्रेस मुख्यालय से सिविल अस्पताल में बेहोशी की हालत में लाया गया। उन्हें डॉक्टरों ने पहले से मृत घोषित किया है। उनके शरीर पर किसी प्रकार के चोट के निशान नहीं मिले हैं। त्यागी के अनुसार डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया जाएगा। उसके बाद आगे की विधिक कार्यवाही होगी।

प्रभात के निधन की खबर मिलते ही गोरखपुर स्थित घर पर मचा कोहराम
इधर, प्रभात के निधन की खबर मिलते ही गोरखपुर सहजनवा स्थित उनके घर पर कोहराम मच गया। स्थानीय कांग्रेस नेता उनके घर पहुंचे और परिजनों को ढांढ़स बंधाया। पड़ोसियों और परिजनों का कहना है कि प्रभात को पहले से कोई बीमारी नहीं थी। मौत की सूचना पर पिता बेसुध हो गए हैं। मां बहन समेत अन्य परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।

दो बहनों में इकलौते भाई थे प्रभात, सक्रिय कार्यकर्ता भी था


गोरखपुर के देईपार निवासी प्रभात पांडेय दो बहनों में दीपक पाण्डेय के इकलौते बेटे थे। प्रभात की एक बहन की शादी हो चुकी है। एक बहन श्रेया की शादी नहीं हुई है। प्रभात युवक कांग्रेस से करीब ढाई साल पहले जुड़े थे। युवा कार्यकर्ता प्रभात पार्टी के कार्यों में सक्रिय भागीदारी करते थे। पढ़ाई के बाद प्रभात चार माह से लखनऊ में अपने चाचा मनीष पाण्डेय के पास रहकर कम्प्यूटर कोर्स कर रहे थे। पार्टी के कार्यक्रम में भी अपना योगदान दे रहे थे।

कांग्रेसी नेता समेत अन्य पार्टी के कार्यकर्ताओं ने परिजनों को ढांढ़स बंधाया
मौत सूचना पाकर कांग्रेसी नेता प्रधान चन्द्रभूषण पाण्डेय समेत अन्य पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रभात के घर पहुंचकर परिजनों को ढांढ़स बंधाया। प्रभात के पिता एलआईसी में काम करते है। प्रभात की अभी शादी नहीं हुई थी।

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