कर्मचारी संघ की समस्याओं से बेखबर जलकल विभाग के अफसरों की महापौर ने बुलाई बैठक,दो दिनों में निर्णय लेने के निर्देश
समस्याओं के मांग पत्र पर जलकल विभाग के महाप्रबंधक ने नहीं लिया था कोई संज्ञान
लखनऊ। महापौर सुषमा खर्कवाल ने खुद ही
जलकल, नगर निगम नियमित एवं आउटसोर्सिंग कर्मचारी संघ-लखनऊ की समस्याओं का संज्ञान लिया है। महापौर ने कैम्प कार्यालय पर बैठक बुलाई। जलकल के महाप्रबंधक को कड़े निर्देश देते हुए दो दिनों के भीतर वार्ता की कार्यवृत्त जारी करने तथा तमाम सहमति पर अनुकूल निर्णय एवं कार्रवाई करने को कहा।
दरअसल, कर्मचारी संघ-लखनऊ की 9 सूत्रीय कर्मचारी समस्याओं के मांग पत्र पर जलकल विभाग के महाप्रबंधक जलकल ने कोई संज्ञान नहीं लिया था। इस पर कोई उचित निर्णय नहीं लिए जाने के बाद ही महापौर ने तत्काल बैठक बुलाई थी।
कर्मचारी संघ के अध्यक्ष नितिन त्रिवेदी ने बताया कि माननीय महापौर जी ने संगठन को आश्वस्त भी किया है की जल्द ही वह खुद सप्ताह में एक दिन जलकल विभाग में बैठकर सभी कर्मचारियों की समस्याओं का संज्ञान लेंगी। सौहार्दपूर्ण ढंग से वार्ता का समापन हुआ।
वार्ता में मुख्य रूप से जलकल महाप्रबंधक, सचिव एवं जलकल लेखाकार मौजूद थे।
संगठन की ओर से स्थानीय निकाय कर्मचारी महासंघ के प्रदेश अध्यक्ष शशि कुमार मिश्रा, महामंत्री आकाश कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष रुदल राजभर, ऋषि कुमार, मनोज नायक, भारत सिंह चौहान, हरी लाल यादव, वीके श्रीवास्तव, मनोज कुमार, राम प्रताप, राज नारायण, आशीष भारती, राणा सिंह, अमरदीप यादव आदि पदाधिकारी एवं सदस्य मौजूद थे।
प्रमुख मांगे:
1-अवकाश के दिनों में राजस्व संग्रहण में लगे कर्मचारियों को विभाग द्वारा 31 मार्च 2023 तक का वाहन खर्चा दिया जाएगा।
2-अवकाश के दिनों में कार्यरत कर्मचारियों को उसके सापेक्ष ओवरटाइम का भुगतान दिए जाने का प्रस्ताव विभाग जल्द ही शासन को प्रस्तुत दल सेंटर/सामुदायिक केंद्र में कर्मचारी कोटे की छूट समान रूप से दी जाएगी! महापौर ने आश्वस्त किया है की जल्दी यह प्रस्ताव नगर निगम कार्यकारिणी में रखा जाएगा।
3-आउटसोर्सिंग में लगे कर्मचारियों को चार श्रेणियों में वर्गीकृत करते हुए उनका वेतन निर्धारित किए जाने का प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा।
4-आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का ईएसआईसी एवं पीएफ का कार्य त्वरित किया जाएगा।
तथा और भी कई बिंदुओं पर सहमति बनी है।