UPSRTC ने महाकुम्भ में 8750 बसों के संचालन का बनाया रिकॉर्ड, मंत्री दयाशंकर सिंह बोलें- ‘यह श्रद्धालुओं के लिए सारथी साबित हुई’

महाकुम्भ में UPSRTC श्रद्धालुओं के लिए सारथी साबित हुई

0 88

Indinewsline, Lucknow:
प्रयागराज महाकुम्भ के दौरान 8750 बसों का संचालन कर UPSRTC ने एक रिकॉर्ड बनाया। वैसे महा कुम्भ के विभिन्न स्नान पर्वों में आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या के अनुमान के मुताबिक इनकी संख्या तय की गई थी जिसमें मौनी अमावस्या में सबसे अधिक 8750 बसों का संचालन किया गया। यह जानकारी उत्तर प्रदेश के परिवहन राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार दयाशंकर सिंह ने दी।

महाकुम्भ में UPSRTC श्रद्धालुओं के लिए सारथी साबित हुई
मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि प्रयागराज में त्रिवेणी के तट पर आयोजित हुए आस्था के जन समागम महाकुम्भ में UPSRTC श्रद्धालुओं के लिए सारथी साबित हुई। उन्होंने बताया कि महाकुम्भ- 2025 के प्रथम स्नान पर्व मकर संक्रांति से अंतिम स्नान पर्व महा शिवरात्रि तक निगम बसों और शटल बस सेवा ने आगंतुकों को महाकुम्भ लाने और वापस उनके गंतव्य तक पहुंचाने में बढ़ चढ़कर योगदान दिया।

महाकुम्भ में 66.33 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगा कर इतिहास बनाया
परिवहन मंत्री ने बताया कि प्रयागराज महाकुम्भ में 66.33 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने त्रिवेणी मे पुण्य की डुबकी लगा कर इतिहास बना दिया। यूपीएसआरटीसी ने इन श्रद्धालुओं को सकुशल सुव्यवस्थित उनके गंतव्य तक पहुंचाने में पूरी तन्मयता से लगा रहा। उन्होंने बताया कि महाकुम्भ में यूपीएसआरटीसी ने 3.25 करोड़ लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया। इसके लिए प्रदेश के सभी रूटों के लिए बसों का पूरा इंतजाम किया गया था।

महाकुम्भ क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए निगम बस सेवा के अलावा शटल बस सेवा की अहम भूमिका
मंत्री दयाशंकर सिंह ने बताया कि महाकुम्भ में आने वाले श्रद्धालुओं के महा कुम्भ क्षेत्र तक पहुंचाने के लिए निगम बस सेवा के अलावा शटल बस सेवा की अहम भूमिका रही। उन्होंने बताया कि शहर के चारो तरफ बनाए गए अस्थाई बस स्टेशन में जहां निगम बसों का बेड़ा तत्पर रहा है तो वहीं इन अस्थाई बस स्टेशन से महाकुम्भ के नजदीक के स्थानों तक श्रद्धालुओं को पहुंचाने के लिए 750 शटल बसें निरंतर सेवा में लगी रहीं हैं। शटल सेवा ने 45 दिनों तक चले इस महाकुंभ में 1.25 करोड़ लोगों को पार्किंग स्थल से महा कुम्भ के नजदीकी स्थान तक पहुंचाया।

बसों और चार पहिया वाहनों को शहर के बाहर पार्किंग में खड़ा करना यातायात योजना का हिस्सा
परिवहन मंत्री ने बताया कि महाकुम्भ में उमड़े जन सैलाब को देखते हुए बसों और चार पहिया वाहनों को शहर के बाहर पार्किंग में खड़ा करना यातायात योजना का हिस्सा था। पार्किंग स्थल से कुम्भ क्षेत्र तक लाने में जुटी रही शटल बस सेवा निरंतर इस कार्य में लगी रही। प्रमुख स्नान पर्वों के समय इस सेवा को नि:शुल्क कर दिया गया। महा कुम्भ के दौरान कुल 17 दिनों तक शटल ने नि:शुल्क अपनी सेवा श्रद्धालुओं को प्रदान की। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने परिवहन निगम कर्मियों की सहभागिता को सराहा और आर्थिक सुरक्षा देने का ऐलान किया।

Leave A Reply

Your email address will not be published.