लखनऊ में मिशन इंद्रधनुष अभियान की शुरूआत:माल CHC से ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि ने CMO की मौजूदगी में किया शुभारंभ

0 से 05 साल तक की आयु के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को लगेगा टीका

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लखनऊ। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र माल में बने टीकाकरण बूथ से सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान की शुरूआत हुई। ब्लॉक प्रमुख माल के प्रतिनिधि रामकुमार राही ने सोमवार को CMO व स्वास्थ्य अधिकारियों की मौजूदगी में अभियान का शुभारंभ किया। इसके तहत शून्य से पांच साल तक की आयु के बच्चों और गर्भवती महिलाओं को टीका लगाया जाएगा। डिप्थीरिया, परट्यूसिस, टिटेनस, हिपेटाईटिस बी एवं इंफ्लूएंजा टाइप बी समेत 12 प्रकार की बीमारियों से बच्चों को बचाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
इस दौरान ब्लॉक प्रमुख के प्रतिनिधि ने कहा कि जिन बच्चों को सभी टीके लग जाते हैं तो वह जानलेवा बीमारियों से सुरक्षित रहते हैं। इसलिए हम सभी का फर्ज बनता है कि सभी बच्चों और गर्भवती को समय रहते टीका लग जाना चाहिए।
रामकुमार ने कहा कि कोई भी काम तभी सफल हो सकता है जिसमें समाज का सहयोग मिलता है। उन्होंने बच्चों और गर्भवती को समय से टीका लगवाने की अपील की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिले के सभी ग्राम प्रधान, सभासद, धर्मगुरु, समाज के प्रतिष्ठित नागरिक और अन्य विभाग भी इस अभियान को सफल बनाने के लिए अपना शत प्रतिशत सहयोग करें।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी लखनऊ डॉ. मनोज अग्रवाल ने कहा कि यह महत्वाकांक्षी अभियान है। सघन मिशन इंद्रधनुष अभियान नियमित टीकाकरण से किन्हीं कारणों छूटे हुए शून्य से पांच साल तक की आयु के बच्चों और गर्भवती को टीकाकृत करने के लिए आयोजित होता है। इस अभियान को सफल बनाने में सभी लोग अहम भूमिका निभाएं। इस दौरान कोई भी कोताही न बरती जाये।
जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ. ए.पी. मिश्रा ने बताया कि अभियान में कुल 27 टीकाकरण इकाइयां अपना योगदान देंगी। जिसमें शहरी क्षेत्रों में 16 एवं ग्रामीण में 11 हैं। जिनके द्वारा कुल 2320 सत्रों के माध्यम से शून्य से पांच साल तक की आयु के बच्चों और गर्भवती को टीका लगाया जाएगा।


जनपद में हेड काउंट सर्वे डेटा में शून्य से पांच साल तक की आयु के कुल 3,49,116 बच्चे हैं। जिसमें डिप्थीरिया, परट्यूसिस, टिटेनस, हिपेटाईटिस B एवं इंफ्लूएंजा टाइप B (पेंटा-1) टीके के ड्यू बच्चों की संख्या 6444, पेंटा -2 टीके के ड्यू बच्चों की 3411 एवं पेंटा – 3 टीके के ड्यू बच्चों की संख्या 3291 हैं। इसके साथ ही मीजल्स एवम रुबेला (MR) की पहली डोज से छूटे हुए बच्चों को संख्या 4601 और दूसरी डोज से छूटे हुए बच्चों की संख्या 4461 है। इसके अलावा टिटेनस एवं व्यस्क डिप्थीरिया (TD) के टीके की ड्यू गर्भवती की संख्या 3592 है। जनपद में 2115 आशा कार्यकर्ता, 592 एएनएम एवं 1134 लिंक वर्कर के माध्यम से यह अभियान चलाया जाएगा।
डॉ. मिश्रा ने कहा कि अगला अभियान 11 सितंबर और 9 अक्टूबर से चलेगा। इसका मुख्य उद्देश्य मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करना है। 12 प्रकार की बीमारियों से बच्चों को बचाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है।
इस दौरान सीएचसी अधीक्षक डॉ. अरुण चौधरी, स्वास्थ शिक्षा एवं सूचना अधिकारी योगेश रघुवंशी, कार्यक्रम प्रबंधक सतीश यादव, सीएचसी माल स्वास्थ शिक्षा अधिकारी राजेश पांडे, बीपीएम वंदना सिंह, यूएनडीपी के राज्य प्रतिनिधि डॉ. अब्बास आगा, डब्ल्यूएचओ एसएमओ डॉ. सुरभि त्रिपाठी, यूनिसेफ डॉ. सुजीत सिंह, यूएनडीपी नीरज नागर व अन्य मौजूद रहे।

 

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