LG ने किया हिंदुओं की आस्था को आहत, दर्ज हो FIR : दुर्गेश पाठक
आप विधायकों ने दिल्ली के स्पेशल पुलिस कमिश्नर से शिवलिंग के अपमान पर एलजी विनय कुमार सक्सेना के खिलाफ की कार्रवाई की मांग
नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी के विधायकों ने शुक्रवार को दिल्ली के स्पेशल पुलिस कमिश्नर से शिवलिंग के अपमान पर एलजी विनय कुमार सक्सेना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। विधायक दुर्गेश पाठक ने कहा कि सौंदर्यीकरण के नाम पर शिवलिंग का फव्वारा बनाकर भाजपा ने हिंदुओं की आस्था को आहत किया है। जब लोगों ने शिवलिंग को वहां से हटाने और उस पर डाला जा रहा सीवर का पानी बंद करने की मांग की तो एलजी विनय कुमार सक्सेना ने हिंदुओं का मजाक उड़ाया। एलजी ने कहा कि आपके लिए वह शिवलिंग होगी लेकिन हमारे लिए वह सिर्फ एक पत्थर है।
Beautification के नाम पर शिवलिंग लगाए गए और उनपर Sewer का पानी छोड़ा गया
शर्मनाक है, पूरे देश का हिंदू समाज LG साहब से नाराज़ है, और वो माफ़ी मांगने की बजाए कह रहे हैं कि ये तो पत्थर है, जिसकी जैसी श्रद्धा वैसा देखे
दिल्ली पुलिस के आला अफसरों के सामने शिकायत रखी, उन्होंने… pic.twitter.com/ue6oaaK11b
— AAP (@AamAadmiParty) September 1, 2023
उन्होंने कहा कि हमने दिल्ली पुलिस में मामले की शिकायत की है। साथ ही एलजी के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की है। दिल्ली पुलिस के आला अधिकारियों ने जल्द से जल्द कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। उम्मीद करता हूं कि वह इसपर खरे उतरेंगे। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने के खिलाफ हमारे संविधान में जेल का प्रावधान है इसलिए जरूरत पड़ने पर हम एलजी के खिलाफ मुकदमा भी कर सकते हैं।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता, राजेंद्र नगर के विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक ने कहा कि सभी ने देखा कि इस देश के करोड़ हिंदुओं की श्रद्धा के साथ खिलवाड़ किया गया है। सौंदर्यीकरण के नाम पर भाजपा ने दिल्ली में एनडीएमसी के चौराहे पर शिवलिंग का फव्वारा लगाने का काम किया है।
उन्होंने कहा कि लोगों की मांग थी कि शिवलिंग को वहां से हटा दिया जाए और शिवलिंग पर डाला जा रहा सीवर का पानी बंद कर दिया जाए तो एलजी ने इसपर हिंदुओं का मजाक उड़ाया। एलजी ने कहा कि आपके लिए वह शिवलिंग होगी लेकिन हमारे लिए वह सिर्फ एक पत्थर है। इस तरह भगवान शिव का अपमान करना और हिंदुओं की आस्था के साथ खिलवाड़ करना बिल्कुल सही नहीं है।
हमारे देश का संविधान कहता है कि अगर कोई व्यक्ति किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाता है तो उसके खिलाफ एफआईआर की जा सकती है। हमारे संविधान में उसके खिलाफ जेल का प्रावधान भी है।