Asha Workers ने थाली बजाकर मुख्यमंत्री के कानों तक पहुंचाई मांग
19 दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं आशा वर्कर्स
नई दिल्ली
सरकारी कर्मचारी का दर्जा, 15 हजार रुपए वेतन सहित अन्य मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही दिल्ली की आशा वर्कर्स ने शुक्रवार को थाली बजाकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास पर विरोध प्रदर्शन किया।
दिल्ली आशा वर्कर्स एसोसिएशन (दावा यूनियन) के तरफ से घोषित आशा वर्कर्स की अनिश्चितकालीन हड़ताल का शुक्रवार को 19वें दिन में पहुंच गया। 28 अगस्त से विकास भवन पर धरना दे रही आशा वर्कर्स का कहना है कि जब सरकार के कानों पर जूं नहीं रेंगी तो ऐसी स्थिति में आशा वर्कर ने मुख्यमंत्री केजरीवाल के निवास पर अपनी थाली बजाके सरकार को जगाने के लिए विरोध प्रदर्शन करना पड़ा।
अपनी मांगों को पूरा करवाने का नारा लगाते हुए हजारों आशा वकर्स ने ट्रॉमा सेंटर से केजरीवाल के निवास की तरफ बढ़ी। हालांकि उसके आवास से पहले ही पुलिस ने विकास भवन से पहले ही बैरिकेट लगा कर रोक दिय। ऐसे में जुलूस को विरोध सभा में बदल दिया गया और पूरे रास्ते जाम कर दिए गए। हजारों आशाएं रास्तों पर बैठ गई और रास्ता पूरी तरह से जाम हो गया बाद में एक ज्ञापन भी दिया। सभा को आशा वर्कर्स की नेता दावा यूनियन की महा सचिव उषा ठाकुर, अध्यक्ष सोनू और कार्यकारी अध्यक्ष शिक्षा राणा, सरोज, सुजाता, नीरज, कुसुम, संध्या, ममता, ललिता, के अलावा दावा यूनियन के मुख्य सलाहकार मैनेजर चौरसिया तथा सलाहकार प्रकाश देवी, एआईयूटीयूसी के नेता रमेश पराशर, सतीश पंवार, निर्मल कुमार ने कहा कि आज पूरे देश में जो हाल है ये हाल सरकार की नाकामियां ही दर्शाती हैं। आज कोई भी कर्मचारी चाहे वह आशा वर्कर हो या भवन निर्माण का हो या किसी भी क्षेत्र का कर्मचारी हो सभी सरकार की मजदूर विरोधी नीतियों के कारण त्राही त्राही कर रहे हैं।
प्रकाश देवी ने कहा कि आशा वर्कर्स केवल दिल्ली में ही नहीं बल्कि हरियाणा, पंजाब और अलग-अलग जगह में भी अपना विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली की आशाएं जिस तरीके से इस आंदोलन में शामिल हो रही है और जिस तरीके से उनको डराया धमकाया जा रहा है उसके बावजूद भी वह जितनी संख्या में प्रदर्शन में उतर रही हैं। आने वाले समय में इस आंदोलन को और भी तेज करना होगा। सरकार के कानो तक अपनी आवाज पहुंचानी होगी। एआईयूटीसी आशा वर्कर्स के आंदोलन में हमेशा से साथ रहा है।