Asha Workers ने मनाया शहीद प्रीतिलता वदेदार का 92 वां शहादत दिवस
अपनी मांगों को लेकर सिविल लाइन पर पिछले 29 दिनाें से प्रदर्शन कर रही हैं आशा वर्कर्स
नई दिल्ली
सरकारी कर्मचारी का दर्जा, 15 हजार वेतन सहित अन्य मांगों को लेकर सिविल लाइन पर पिछले 29 दिनों से प्रदर्शन कर रही आशा वर्कर्स ने सोमवार को धरना स्थल पर देश की आजादी के प्रथम क्रांतिकारी महिला शहीद प्रीतिलता वदेदार का 92 वां शहादत दिवस मनाया। दिल्ली आशा वर्कर्स एसोसिएशन (दावा यूनियन) का कहना है कि प्रशासन ने कई बार यह फैलाया गया कि आशाओं की हड़ताल खत्म हो गई। लेकिन हर बार आशाओं ने जोरदार आवाज के साथ बताया कि हमारी हड़ताल जारी है और जब तक जारी रहेगी जब तक की हमारी मांगे पूरी नहीं हो जाती।
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धरना स्थल पर सुबह सबसे पहले प्रीतिलता वादेदार की तस्वीर पर फूल अर्पित किए गए और उसके बाद एआईयूटीयूसी के दिल्ली राज्य अध्यक्ष हरीश त्यागी ने प्रीतिलता वदेदार के जीवन संघर्ष को बताते हुए आशाओं की हड़ताल को मजबूत करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि इन महान महिलाओं के जीवन के संघर्ष से सीख लेते हुए हमें अपने आंदोलन को और भी आगे बढ़ाना है और शोषण को खत्म करने की कसम लेनी है। भाषण के अंत में सभी आशाओं ने आंदोलन को तेज करने और महान मनीषियों और शहीदों के जीवन संघर्ष से प्रेरित होकर आंदोलन को एक सही रास्ते पर चलाने की शपथ ली।
धरने के दौरान धरना स्थल पर कई आशा वर्कर्स ने क्रांति के गीत गए और जोरदार नारे भी लगाए और अपनी हड़ताल को जारी रखने का आह्वान भी किया। धरने को आशा लीडर्स दावा यूनियन की महासचिव उषा ठाकुर, अध्यक्षा शिक्षा राणा, सोनू, नीरज, गीता, कुसुम शरबती अन्यों के अलावा एआईयूटीयूसी दिल्ली राज्य सचिव मैनेजर चौरसिया, सलाहकार प्रकाश देवी ने धरने को संबोधित किया।
वक्ताओं ने कहा कि आशाओं की यह हड़ताल एक कामयाब हड़ताल है। 90% आशाएं आज हड़ताल में उतरी हुई है। इसको देखकर प्रशासन बौखला गया है। उन्होंने कहा कि हमारी हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक हमारी मांग मानी नहीं जाएगी। धरनास्थल पर सभा का संचालन दावा यूनियन की अध्यक्ष सोनू जी ने किया ने किया।