नई दिल्ली,
2000 हजार का नोट बंद होने की तारीख नजदीक आ गई है। ऐसे में व्यापारी संगठनों ने व्यापारी वर्ग से इसे न लेने की अपील की है। चैंबर ऑफ ट्रेड एंड इंडस्ट्री (CTI) ने दिल्ली के 700 मार्केट एसोसिएशन्स, दुकानदार, व्यापारी और फैक्ट्री मालिकों को अपील जारी की है कि वो 29 सितंबर के बाद 2000 रुपये के नोट स्वीकार नहीं करें।
30 सितंबर के बाद बैंकों में भी 2000 रुपये के नोट जमा नहीं होंगे। बाद में ये नोट RBI में जमा होते रहेंगे, जिसके लिए उपयुक्त कारण बताने होंगे कि अब तक बैंकों में नोट जमा क्यों नहीं कराए, वैसे भी हर किसी के लिए RBI जाना आसान नहीं है।
सीटीआई चेयरमैन बृजेश गोयल और अध्यक्ष सुभाष खंडेलवाल ने ग्राहकों एवं लोगों से आग्रह किया है कि 29 सितंबर के बाद किसी को 2000 रुपये लेने के लिए बाध्य नहीं किया जाए।
वैसे पिछले एक-डेढ़ महीने से 2 हजार का नोट मार्केट में ज्यादा नजर भी नहीं आया है, शुरुआती दिनों में रेस्टोरेंट, कपड़े, जूलरी, फुटवियर के बड़े शोरूम्स में 2000 के नोट के बदले 2100 से 2200 रुपये तक का सामान ग्राहकों को देने के ऑफर निकले थे। व्यापारियों ने पूरा सहयोग किया, इसके अलावा पेट्रोल पंप डीलर्स तो आज तक भी
ग्राहकों से 2000 के नोट ले रहे हैं । वहीं बैंकों ने भी अड़चन पैदा नहीं की, बिल और अकाउंटिबिलिटी है, तो बैंक ने सभी का पैसा जमा किया है। सरकार से गुहार है कि बाजार में छोटे अमाउंट के नोट ही चलन में रहने दे। इससे भ्रष्टाचार और कालाबाजारी पर अंकुश लगता है। वैसे भी डिजिटल ट्रांजेक्शन का चलन बढ़ा है, इसे सरकार प्रोत्साहित करे, इस पर लगने वाले शुल्क को खत्म किया जाए।