CM Kejriwal ने किया देश का सबसे बड़ा कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वेस्ट रिसाइक्लिंग प्लांट का उद्घाटन

सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में करीब 6500 टन मलबा रोज निकलता है। इस तरह का दिल्ली में यह चौथा प्लांट है। इस प्लांट के अलावा और तीन प्लांट रानीखेड़ा, शास्त्री पार्क और बक्करवाला में है

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नई दिल्ली

मुख्यमंत्री केजरीवाल ने दिल्ली को मलबा मुक्त करने के लिए राविवार को देश का सबसे बड़ा कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वेस्ट रिसाइक्लिंग प्लांट का उद्घाटन। इसके जारिए निर्माण व विध्वंस से निकलने वाले मलबे को रिसाइकल कर टाइल्स, ईंट समेत अन्य उत्पाद बनाकर दोबारा इस्तेमाल किया जा सकता हैं। करीब 7 एकड़ में फैला यह प्लांट देश का सबसे बड़ा प्लांट है, जहां प्रतिदिन दो हजार टन सी एंड डी वेस्ट की रिसाइक्लिंग की जाएगी। सीएम केजरीवाल के कहा कि हमारा मकसद दिल्ली को खूबसूरत बनाना है इसके लिए सी एंड डी प्लांट बेहद जरूरी हैं इससे पहले सीएम अरविंद केजरीवाल ने एमसीडी की मेयर डॉ. शैली ओबरॉय, विधायक एवं एमसीडी प्रभारी दुर्गेश पाठक, नेता सदन मुकेश गोयल और अफसरों के साथ सी एंड डी वेस्ट रिसाइक्लिंग प्लांट का निरीक्षण किया। सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में करीब 6500 टन मलबा रोज निकलता है। इस तरह का दिल्ली में यह चौथा प्लांट है। इस प्लांट के अलावा और तीन प्लांट रानीखेड़ा, शास्त्री पार्क और बक्करवाला में है। इन चारों प्लांट में करीब 5000 टन मलबे को हर दिन रिसाइकिल करने की क्षमता है। जबकि दिल्ली में कुल 6500 टन मलबा रोज निकलता है।

दिल्ली को कूड़ा मुक्त के साथ मलबा मुक्त भी बनाया जा रहा- डॉ. शैली ओबरॉय

दिल्ली की मेयर डॉ. शैली ओबरॉय ने कहा कि सीएम अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में दिल्ली को कूड़ा मुक्त बनाने के साथ-साथ मलबा मुक्त भी बनाया जा रहा है। पूरी दिल्ली में सीएंडडी वेस्ट डालने के लिए स्थान चिन्हित किए गए हैं, जहां पर लोग मलबा डाल सकते हैं। इससे दिल्ली में अभी तक जो जगह-जगह मलबे के ढ़ेर दिखते हैं, वह नहीं दिखेंगे। साथ ही चिन्हित स्थानों पर मलबा डालने से प्रदूषण भी नहीं फैलेगा। उन्होंने कहा कि बुराड़ी में अत्याधुनिक तकनीक से युक्त सीएंडडी प्लांट बनाया गया है। वर्तमान में यह देश का सबसे बड़ा प्लांट है, जहां पर प्रतिदिन 2 हजार टन प्रतिदिन सीएंडडी वेस्ट का निस्तारण हो सकेगा। दिल्ली में जल्द एक और प्लांट स्थापित किया जाएगा।

जहांगीरपुरी में स्थापित कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वेस्ट रिसाइक्लिंग प्लांट के बारे में

कंस्ट्रक्शन एंड डिमोलिशन वेस्ट प्रोसेसिंग सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (एसडब्ल्यूएम) नियम 2016 भारत में सतत विकास, पर्यावरण संरक्षण और जिम्मेदार निर्माण के लिए महत्वपूर्ण है। इसका उद्देश्य संसाधन संरक्षण और मलबा के उचित निस्तारण को बढ़ावा देते हुए निर्माण और विध्वंस के पर्यावरणीय प्रभाव को कम करना है। दिल्ली में करीब 6000-6500 टन प्रतिदिन (टीपीडी) मलबा निकलता है। अभी दिल्ली में बुराड़ी के जहांगीरपुरी (2000 टीपीडी), रानी खेड़ा (1000 टीपीडी), शास्त्री पार्क (1000 टीपीडी) और बक्करवाला (1000 टीपीडी) में चार सी एंड डी वेस्ट रीसाइक्लिंग प्लांट हैं। इन प्लांट्स की करीब 5000 टीपीडी रिसाइक्लिंग की क्षमता है। इसके अलावा, एमसीडी थेखंड, ओखला में 1000 टीपीडी की क्षमता का एक और वेस्ट रिसाइक्लिंग प्लांट स्थापित करने की योजना है। इस प्लांट के चालू होने के बाद मलबे की रिसाइक्लिंग क्षमता दिल्ली में उत्पन्न होने वाले कुल मलबे के बराबर हो जाएगी।

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