Lucknow KGMU में MBBS की छात्रा ने किया आत्महत्या का प्रयास
वेंटिलेटर पर भर्ती कर चल रहा इलाज, हालत गंभीर
लखनऊ
यूपी की राजधानी लखनऊ स्थित KGMU हॉस्टल में बुधवार को MBBS प्रथम वर्ष की छात्रा ने फांसी लगाकर आत्महत्या का प्रयास किया। जानकारी होने पर हॉस्टल का दरवाजा तोड़कर उसको फंदे से उतार कर ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया। गंभीर हालत में उसे क्रिटिकल केयर मेडिसिन (CCM) में वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया है। डॉक्टरों ने बताया कि छात्रा की हालत नाजुक बनी हुई है। केजीएमयू प्रशासन ने घरवालों को सूचना दी है। खुदकुशी के प्रयास के कारणों का पता नहीं चला है।
केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह के मुताबिक गाजियाबाद के विजयनगर निवासी सिविल इंजीनियर की 18 वर्षीय बेटी एमबीबीएस प्रथम वर्ष की छात्रा है। वह केजीएमयू परिसर स्थित यूजी छात्रावास के 208 नंबर कमरे में रहती है। बुधवार दोपहर करीब एक बजे क्लास खत्म होने पर सभी छात्राएं मेस में खाना खाने जाने लगीं। तभी रूममेट छात्रा ने खाने के लिए मेस चलने को कहा तो उसने कहा कि आज भूख नहीं है। कुछ देर बाद छात्रा के पिता ने बेटी को फोन किया लेकिन उसका फोन रिसीव नहीं हुआ। उन्होंने बेटी की रूममेट को फोन किया और बात कराने को कहा। सहपाठी ने बताया कि वह तो कमरे में ही है। अभी बात कराती हूं। मेस से उठकर हॉस्टल पहुंची तो आवाज लगाने पर भी दरवाजा नहीं खुला। उसने रोशनदान से झांककर देखा तो दंग रह गई। छात्रा दुपट्टे के सहारे पंखे से लटकी हुई थी। रूममेट जोर से चिल्लाने लगी तो दूसरी सहपाठी छात्राएं मौके पर पहुंचीं। सूचना मिलने पर केजीएमयू के अधिकारी व कर्मचारी आ गए और दरवाजा तोड़कर छात्रा को पंखे से उतारा। गले से फंदा निकालकर ट्रॉमा सेंटर पहुंचाया। डॉक्टरों ने छात्रा को सीसीएम में भर्ती कर उपचार शुरू किया। छात्रा के परिवार में मां के अलावा एक भाई और एक बहन है। करीब एक माह पहले ही छात्रा ने एमबीबीएस प्रथम वर्ष में प्रवेश लिया है।
छात्रा के खुदकुशी के प्रयास की कोई वजह स्पष्ट नहीं हो सकी। जिम्मेदार अधिकारियों का कहना है कि पढ़ाई शुरू हुए महीनेभर भी नहीं बीता है। पढ़ाई का तो कोई दबाव ही नहीं था। परीक्षा भी अभी बहुत दूर है। परिवार के लोगों के आने पर ही असल वजह साफ हो सकती है। सहपाठी छात्रा ने भी किसी तरह के तनाव की बात से इनकार किया है। परिसर में रैगिंग भी प्रतिबंधित है।