भाजपा के NRC लागू करने की कोशिश को कांग्रेस सफल नहीं होने देगी- अजय राय
जनता लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ आने का मन बना चुकी है
नई दिल्ली/लखनऊ। भाजपा सरकार द्वारा NRC लागू करने की किसी भी कोशिश को कांग्रेस सफल नहीं होने देगी। चार राज्यों में हुए चुनावों में भले भाजपा तीन में जीती हो लेकिन कांग्रेस को भाजपा से 10 लाख वोट ज़्यादा मिले हैं। जबकि ये चुनाव भाजपा ने मोदी जी के चेहरे पर लड़ा था। वहीं कांग्रेस संभावित मुख्यमन्त्रीयों के चेहरे पर लड़ी थी। इससे साबित होता है कि जनता लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के साथ आने का मन बना चुकी है।
यह बातें उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय राय ने रविवार को दिल्ली के शाहीन बाग में डोल्फिंस हाउस में कही। वह यहां उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ आयोजित जन संवाद कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।
उत्तर प्रदेश के प्रभारी राष्ट्रीय सचिव तौकीर आलम ने कहा कि पूरे देश में सिर्फ़ कांग्रेस ही भाजपा की सांप्रदायिक नीतियों का खुल कर विरोध कर रही है। इसीलिए मुसलमानों ने पहले कर्नाटक और फिर तेलंगाना में क्षेत्रीय पार्टियों को छोड़ कर कांग्रेस का साथ दिया। यह पैटर्न अब आगे भी जारी रहेगा।
उत्तर प्रदेश अल्पसंख्यक चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मोदी सरकार कांग्रेस कार्यकाल में बनाये गए वक्फ़ क़ानून में बदलाव कर मुस्लिमों की संपत्ति से उन्हें बेदखल करना चाहती है। जिसका कांग्रेस हर संभव विरोध करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि CAA-NRC विरोधी आंदोलन के पुलिस दमन के खिलाफ़ सिर्फ राहुल और प्रियंका गांधी ने ही मुखर हो कर विरोध किया था। दूसरी पार्टियां इस मुद्दे पर चुप रहीं।
उन्होंने मोदी सरकार पर पूजा स्थल अधिनियम 1991 को कमज़ोर करने की साज़िश रचने का भी आरोप लगाया और कहा कि भाजपा सरकार संविधान की प्रस्तावना से सेकुलर और समाजवादी शब्द हटाने का प्रयास कर रही है जिसे कांग्रेस कभी सफल नहीं होने देगी। कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने अजय राय से सवाल भी किया और अपने सुझाव भी दिए। संचालन यूपी अल्पसंख्यक कांग्रेस के उपाध्यक्ष अखलाक अहमद और धन्यवाद शकील आज़मी और जावेद अहमद ने किया।