LUCKNOW में दो तरह से सफाई और कूड़ा प्रबंधन का प्रस्ताव पास, कार्यकारिणी में लगी मुहर

तीन में ठेकेदार और पांच जोन में हैदराबाद की कम्पनी को मिला टेंडर

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लखनऊ
राजधानी में दो तरह से सफाई और कूड़ा प्रबंधन का प्रस्ताव पास हुआ है। इसके लिए दो व्यवस्थाएं होंगी। तीन जोन में लखनऊ के ठेकेदार और पांच जोन में हैदराबाद की कम्पनी रामकी (चेन्नई एमएसडब्ल्यू प्राइवेट लि.) काम करेंगी। रविवार को कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला लिया गया। कम्पनी तीन माह में काम शुरू कर देंगी।
राजधानी में कूड़ा उठान, सफाई से लेकर सम्बद्ध सभी काम के लिए नगर निगम चार माह से टेंडर करवा रहा था। तीन-तीन बार टेण्डर रद्द किया गया। इस बार अच्छी कम्पनियां आई तो ऐन वक्त पर नगर निगम ने खुद हाथ खींच लिए। फिलहाल कार्यकारिणी की बैठक में इसका प्रस्ताव रविवार को पास कर दिया गया। महापौर सुषमा खर्कवाल की अगुवाई में हुई बैठक में तय हुआ कि अब नगर निगम के जोन दो, पांच और आठ में लखनऊ के स्थानीय ठेकेदार काम करेंगे। बाकी कराए गए टेंडर में जोन एक, तीन, चार, छह और सात में हैदराबाद की कमी रामकी काम करेगी।
बड़ी कम्पनी का टेंडर केवल इसलिए रोका गया, क्योंकि लखनऊ के स्थानीय ठेकेदारों को काम दिया जाना था। उनके लिए तीन जोन आरक्षित हैं। अब ये ठेकेदार तीन जोनों में काम करेंगे। इसमें कई दागदार भी हैं। लखनऊ के ज्यादातर ठेकेदारों के खिलाफ पीएफ घोटाले की जांच चल रही है। इन्होंने सफाई श्रमिकों के करोड़ों रुपए के पीएफ हड़प लिए हैं। पहले से ही इनकी छवि काफी खराब रही है। इसके बावजूद इन्हें दोबारा काम दिया जा रहा है। इनमें एक ठेकेदार के पास सफाई कर्मी ही नहीं हैं फिर भी इसे करोड़ों का काम मिला है।


लखनऊ से ईको ग्रीन कम्पनी की विदाई के बाद लगा कि अच्छी कम्पनी आएगी, लेकिन फिर उन्हीं दिक्कतों की आशंका है। लखनऊ में ईको ग्रीन के जाने के बाद और पहले से ही यही ठेकेदार सफाई कर रहे थे। इनका काम पहले से ही काफी खराब था। ऐसे में इसमें सुधार होने कमी उम्मीद कम है।
कार्यकारिणी में अन्य फैसले भी हुए हैं। शिवरी में पड़े 20 लाख टन कूड़ा निस्तारण 21 जनवरी से शुरू होगा। सीएंड डीएस वेस्ट का काम जनवरी के पहले सप्ताह में शुरू होगा। 2000 टन फ्रेंच कचरे का निस्तारण एनटीपीसी, ओएनजीसी करेंगे।
महापौर सुषमा खर्कवाल ने कहा कि एक ही कम्पनी को पूरे लखनऊ का काम देने से रोकने के लिए एक पाकेट का टेण्डर रद्द किया गया है। जोन दो, पांच और आठ वाले पॉकेट की फाइनेंशिल बिड खोली जाती तो रामकी को पूरे लखनऊ का काम मिल जाता। फिर लखनऊ के स्थानीय ठेकेदारों को काम नहीं मिल पाता। इस वजह से रामकी को टेण्डर रोका गया। इससे शहर की सफाई व्यवस्था, कूड़ा प्रबंधन बहुत अच्छा हो जाएगा। इससे लखनऊ की सफाई व्यवस्था अच्छी होगी। प्रयास है कि छह माह में पूरा शहर साफ सुथरा कर दिया जाए।

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