BJP प्रदेश अध्यक्ष ने LG को लिखा पत्र, रखी ACB जांच की मांग, कहा 29.56 करोड़ से चमका सीएम का घर
मुख्य मंत्री आवास के रखरखाव पर 29.56 करोड़ रुपये के खर्च की एसीबी या सतर्कता जांच का आदेश देने का किया अनुरोध
नई दिल्ली
दिल्ली भाजपा अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने उपराज्यपाल वीके सक्सेना को पत्र लिखकर मुख्यमंत्री आवास के रखरखाव में खर्च हुए फंड को लेकर एसीबी जांच की मांग रखी है। उन्होंने इस मामले में एलजी को एक पत्र लिखा है।
इसमें कहा है कि आरटीआई के एक जवाब से पता चला है कि उनके घर में 29 करोड़ से अधिक का खर्च हुआ है। इस आरोप को लेकर सरकार की चुप्पी से एक बात तो तय हो गई है कि आरटीआई में रकम के आंकड़ों के अलावा उसमें उल्लिखित ठेकेदारों के नाम भी सही हैं।
दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने कहा है कि हाल ही में 29 दिसंबर 2023 को जारी की गई आरटीआई बताती है कि 31 मार्च 2015 से 27 दिसंबर 2022 के बीच रुपये 29.56 करोड़ की राशि दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग द्वारा सीएम आवास में रखरखाव कार्यों के लिए 4 ठेकेदारों को भुगताई गई है।
सचदेवा ने कहा है कि हालांकि हम इस मामले में विशेषज्ञ नहीं हैं, लेकिन यह जानकर आश्चर्य होता है कि आरटीआई में नामित किसी भी ठेकेदार का नाम कोई स्थापित नाम नहीं है और उन्हें सिविल, प्लंबिंग, इलेक्ट्रिकल और सीवरेज रखरखाव कार्यों के लिए दी गई राशि अत्यधिक है और ऐसा लगता है कि रखरखाव कार्य के ये आंकड़े कुछ ज़्यादा अधिक बड़े ही हैं।
आरटीआई के अनुसार एक ए.के. बिल्डर को 29.08 करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया गया है जबकि एक मुंजरीन अहमद को 29.86 लाख रुपये से अधिक का भुगतान किया गया है।
एक अन्य ठेकेदार मो. अरशद को 17.21 लाख से अधिक और एमए बिल्डर्स को 8.76 लाख रुपये से अधिक का भुगतान किया गया है।
सचदेवा ने पत्र में उम्मीद जताई कि उपराज्यपाल इस बात से सहमत होंगे कि दिल्ली सरकार का लोक निर्माण विभाग नए मुख्यमंत्री बंगला परियोजना में वित्तीय अनियमितताओं के लिए कुख्यात है।
सचदेवा ने कहा है कि इसलिए इस रिश्वतखोरी में आम आदमी पार्टी के किसी नेता या किसी लोक निर्माण विभाग के अधिकारी का हाथ होने की संभावना है। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष ने उपराज्यपाल से इस मामले की भ्रष्टाचार निरोधक शाखा या सतर्कता विभाग से जांच कराने का अनुरोध किया है।