जयपुर
देश में गुरुवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय द्वारा कोचिंग संस्थानों के लिए दिशा निर्देश जारी किए है, जिसका संयुक्त अभिभावक संघ ने स्वागत करते हुए कहा की 4 महीनों बाद सही आखिरकार अभिभावकों की मेहनत रंग लाई और केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय को कोचिंग सेंटरों की मनमानी एवं बढ़ते आत्महत्या के मामलो को रोकने को लेकर भेजे गए 10 सुझावों में शिक्षा मंत्रालय ने काफी हद तक मोहर लगाई। वहीं संयुक्त अभिभावक संघ प्रदेश प्रवक्ता अभिषेक जैन बिट्टू ने कहा की 4 माह पूर्व कोटा शहर में लगातार 10 दिनों में 6-7 कोचिंग छात्रों ने आत्महत्या की थी इस दौरान संयुक्त अभिभावक संघ ने राज्य सरकार सहित केंद्र सरकार को कोचिंग सेंटरों के मामले पर 10 सुझाव भेजें थे, जिसमें सबसे प्रमुख मांग कोचिंग छात्रों को विकली अवकाश की मांग रखी थी,
कोचिंग सेंटरो को जारी दिशा निर्देश की सख्त पालना : अरविंद अग्रवाल
प्रदेश अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने कहा की अक्सर देखा गया है की सरकार दिशा निर्देश तो जारी कर देती है किंतु सुस्त प्रशासन के रवेये से उनकी पालना नही हो पाती है जिसके चलते नागरिकों को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पढ़ता है। जेसे निजी स्कूलों की फीस का मामला है जिसको लेकर पूर्वर्ती भाजपा की वसुंधरा राजे सरकार ने वर्ष 2016-17 में फीस एक्ट कानून बनाया था, जिस पर दिसंबर 2020 में राजस्थान हाईकोर्ट और मई व अक्टूबर 2021 में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद आजतक राजस्थान के 99.99 फीसदी स्कूलों में पालना नही हो रही है जिसका प्रमुख कारण प्रशासन की लापरवाही और प्रशासन व निजी स्कूल संचालकों की मिलीभगत का परिणाम है जिसके चलते प्रदेश के 2 करोड़ से अधिक अभिभावकों को फीस एक्ट कानून का लाभ नहीं मिल पा रहा है और मजबूर स्कूलों की मनमानी का शिकार होना पड़ रहा है। कोचिंग सेंटरो को लेकर जारी किए गए दिशा निर्देश की पालना काफी हद तक प्रशासन के रवेये पर अटकी है, अगर प्रशासन का रवैया सुस्त रहता है तो ऐसे दिशा निर्देश केवल जुमले बनकर रह जायेंगे जो केंद्र सरकार का सबसे बड़ा फेलियर रहेगा।
अगर कोचिंग सेंटर दिशा निर्देशों की पालना नही करे तो संयुक्त अभिभावक संघ में दर्ज करवाए शिकायत
प्रदेश कोषाध्यक्ष सर्वेश मिश्रा ने कहा की कोचिंग सेंटरो को लेकर जारी दिशा निर्देश के बाद भी अगर कोचिंग सेंटर मनमानी करे तो प्रत्येक अभिभावक और छात्र संयुक्त अभिभावक संघ अपनी लिखित शिकायत sasrajasthan@gmail.com भेज सकते है। केवल कोचिंग सेंटरो के छात्र ही नही बल्कि स्कूलों से संबंधित समस्याओं को लेकर भी शिकायत भेजी जा सकती है, संयुक्त अभिभावक संघ राजस्थान के प्रत्येक अभिभावक और छात्र का संगठन है जो प्रत्येक शिकायत पर अभिभावकों व छात्रों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़ा है