नई दिल्ली
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात की। इस मुलाकात के बाद संभावना जताई जा रही है कि नीतीश कुमार की पार्टी एक बार फिर से पुराने सीटों पर लोकसभा का चुनाव लड़ सकती है। इसका सीधा फायदा नीतीश कुमार की पार्टी को ही होगा।
साल 2014 के चुनाव में नीतीश कुमार ने भाजपा से अलग होकर चुनाव लड़ा था और उसका नुकसान भी उठाना पड़ा था। साल 2019 के चुनाव में भाजपा के साथ चुनाव मिलकर लड़ने के बाद जेडीयू 17 सीटें जीतने में कामयाब रही। इस बार फिर से जेडीयू अपने पुराने सीटों की मांग कर सकती है। हालांकि मौजूदा स्थिति को देखते हुए नहीं लगता कि भाजपा उन्हें पहले की तरह 17 सीट दे सकती है। हालांकि बिहार में सरकार को बचाए रखने के लिए भाजपा कोई बड़ा दाव भी चल सकती है।