जमीदोज होने की कगार पर गरीबों का सपना, जानें फिर क्यों गर्म हैं राजनीति

0 30

नई दिल्ली 

इन दिनों झुग्गी झोपड़ी को लेकर राजनीति गर्म हैं। हर कोई एक दूसरे पर आरोप लगा रहा है कि गरीबों का सपना तोड़ा जा रहा है। इस ठंड में झुकी झोपड़ी को तोड़कर लोगों को बेघर करने की कोशिश की जा रही है। लेकिन इन्हीं झुकी झोपड़ी वालों के लिए सालों पहले पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के द्वारा बवाना में बनाए गए राजीव रतन आवास के तहत घर आज देखभाल के अभाव में जमीन दोज होने के कगार पर पहुंच गए हैं। इन फ्लैट की हालत काफी खस्ता हो चुकी है कई जगह से टूट-फूट दिखने लगी है। यहां सैकड़ो की संख्या में ऐसे फ्लैट बने हुए हैं जिन्हें गरीब झुग्गी झोपड़ी वालों को दिया जाना था। लेकिन समय पर इन पर कामना होने के कारण यह आज जर्जर हालत में है। हालांकि हर कोई दवा कर रहा है की झुग्गी झोपड़ी वालों के साथ है लेकिन उन्हें झुकी झोपड़ी वालों के लिए बनाए गए यह सपनों के महल आज खंडार का रूप लेने लगे हैं। यहां ना तो कोई आता जाता है ना किसी तरह की सुविधा दिख रही है मकान भी काले पड़ रहे हैं। बिजली पानी के खंभे भी टूटने लगे हैं। पानी की पाइप भी उखाड़ रहे हैं कई जगह इनमें टूट-फिट दिखने लगी है। इन आवासों पर लगभग करोड़ों रूपए खर्च हुए लेकिन अब इसकी ढहने की स्थिति में है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.