यूपी सिपाही भर्ती: परीक्षा से पहले सॉल्वर गैंग के 17 सदस्य गिरफ्तार, अभियान चलाकर पकड़े

गाजीपुर से आठ, वाराणसी व झांसी से चार और पांच मऊ से गिरफ्तार, इनमें गाजीपुर का कोस्ट गार्ड और एक सेना का जवान भी शामिल

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लखनऊ
यूपी पुलिस भर्ती से एक दिन पहले यूपी एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। एसटीएफ और पुलिस ने सिपाही भर्ती परीक्षा की पूर्व संध्या पर व्यापक अभियान चलाकर सॉल्वर गैंग के 17 सदस्यों को गिरफ्तार किया है। इनमें आठ को गाजीपुर जिले की पुलिस ने तथा चार को एसटीएफ ने वाराणसी व झांसी और पांच लोगों को मऊ से गिरफ्तार किया। गाजीपुर में पकड़े गए गैंग में एक इंडियन कोस्ट गार्ड और एक सेना का जवान शामिल है।
गाजीपुर जिले की पुलिस ने परीक्षा से पहले पेपर आउट कराकर नकल कराने वाले गिरोह का भंडाफोड़ किया। टीम ने नोनहरा के मिरदादपुर से गुरुवार की देर रात आठ शातिरों को गिरफ्तार किया है। गिरोह का मास्टरमाइंड व उसका एक साथी इंडियन कोस्टगार्ड पोरबंदर में तैनात हैं। दूसरा आर्मी में है। इनके पास से पुलिस ने छह लाख की नगदी, 21 लाख का चेक समेत बड़ी संख्या में कागजात बरामद हुए हैं। शुक्रवार को गाजीपुर के एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि कांस्टेबल भर्ती परीक्षा सकुशल कराने के लिए पुलिस की सर्विलांस समेत स्वाट व अन्य टीमें काफी समय से सक्रिय हैं। इसी दौरान एक व्यक्ति से सूचना मिली की कुछ लोग परीक्षा में नकल कराने के नाम पर अभ्यर्थियों से पैसे ले रहे हैं।
टीम ने नोनहरा थाना क्षेत्र के मिरदादपुर में दबिश दी तो एक निर्माणाधीन मकान से आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से छह लाख रुपये, 21 लाख रुपये का चेक, 17 मूल शैक्षिक अंकपत्र व प्रमाण पत्र, 29 परीक्षा के प्रवेश पत्र की छायाप्रति, पांच नमूना नकल चीट छायाप्रति, आठ कूटरचित आधार कार्ड, 14 मोबाइल, एक वाईफाई राऊटर, एक प्रिंटर, एक चार पहिया वाहन और तीन बाइक बरामद हुई। गिरफ्तार शातिरों में पिन्टू यादव उर्फ गोपेश यादव निवासी ग्राम खिदिराबाद थाना कोतवाली, सोनू यादव निवासी ग्राम खुर्दपुर थाना नोनहरा, रामकरन यादव निवासी ग्राम रसूलपुर कन्थवारा थाना नोनहरा, रमाकान्त यादव निवासी ग्राम सहबाजकुली थाना नोनहरा, कपिलदेव सिंह यादव निवासी ग्राम पीथापुर थाना जंगीपुर, अभिमन्यु यादव निवासी ग्राम लोकवापुर (अन्धऊ), इन्द्रजीत यादव निवासी ग्राम वार्ड नंबर चार गुरु सेवक नगर थाना जंगीपुर और अमित यादव निवासी ग्राम नगवा उर्फ नौपुरा थाना नोनहरा शामिल हैं।
पकड़े गए गिरोह में से दो ने खुद को इंडियन कोस्टगार्ड व एक ने आर्मी का जवान बताया है। कोस्टगार्ड में तैनात जवान पेपर लीक कराने के लिए पोरबंदर से सीधे फ्लाइट से बनारस पहुंचा था, जबकि सेना का जवान छुट्टी लेकर आया था। कोस्टगार्ड का जवान ही गिरोह का मास्टर माइंड है। सेना का जवान राजस्थान के अलवर में तैनात है।
एसटीएफ ने परीक्षा के नाम पर अभ्यर्थियों के साथ धोखाधडी कर ठगी करने वाले गैंग के दो सदस्यों प्रिंस कुशवाहा व विजय कुमार राय को वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। इस गिरोह का सरगना वंशराज सिंह कुशवाहा भीड़ का फायदा उठाकर भागने में सफल रहा।
गिरफ्तार प्रिंस कुशवाहा चंदौली के बलुआ थाना क्षेत्र स्थित मझलेपुर गांव और विजय कुमार राय मिर्जापुर जिले के कछवां थाना क्षेत्र स्थित कोटवां गांव का रहने वाला है। फरार अभियुक्त वंशराज सिंह कुशवाहा गाजीपुर जिले का रहने वाला है। अभियुक्तों के कब्जे से तीन मोबाइल फोन, आठ अभ्यर्थियों के प्रवेश पत्र, 32 अभ्यर्थियों के मूल शैक्षणिक प्रमाणपत्र, 24 अभ्यर्थियों के हस्ताक्षरयुक्त सादा बैंक चेक तथा 18 अभ्यर्थियों के हस्ताक्षरयुक्त स्टैम्प पेपर मिले हैं।
एसटीएफ ने ही परीक्षा में सेंध लगाकर पेपर लीक करने का प्रयास करने वाले गिरोह का पर्दाफाश कर गैंग के दो सदस्यों को झांसी से भी गिरफ्तार किया। गिरफ्तार अभियुक्तों में शामली जिले के कांधला थाना क्षेत्र स्थित बड़ी रामकौर निवासी मोनू कुमार तथा बिहार के नालंदा जिले के अमोर मोड़ निवासी रजनीश रंजन शामिल है। दोनों के कब्जे से एक स्कार्पियो कोर, एक फारच्यूनर कार, 10 एडमिट कार्ड की छाया प्रति व तीन मोबाइल फोन मिले हैं।
सिपाही भर्ती परीक्षा के चलते यूपी पुलिस और एसटीएफ ने बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस भर्ती में गड़बड़ी को लेकर शुक्रवार को स्वॉट, एसओजी व सर्विलांस टीम ने मुखबिर की सूचना पर पांच साल्वर गैंग के सदस्यों को पकड़ लिया। पुलिस टीम ने गैंग के सदस्यों के पास से 11 चेक, 32 अंक पत्र व प्रमाण पत्र, तीन आय प्रमाण पत्र, तीन आधार कार्ड, 11 मोबाइल, एनसीसी प्रमाण पत्र, तीन डेस्कटॉप, दो लैपटॉप, पांच बाइक, पांच मानीटर, तीन सीपीयू एवं विभिन्न शासकीय अधिकारियों के मोहर बरामद किया। मामले का पर्दाफाश पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय ने शुक्रवार की देर शाम शहर कोतवाली में प्रेसवार्ता के दौरान किया। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि गैंग के सदस्य पुलिस भर्ती के अभ्यर्थियों से 4 लाख से लेकर साढ़े नौ लाख रुपए में परीक्षा पास कराने की डील किए थे।
मऊ पुलिस अधीक्षक अविनाश पाण्डेय के मुताबिक पुलिस भर्ती परीक्षा में नगर क्षेत्र के आरके कंसल्टेंसी के संचालक रविकांत पांडेय व उनकी टीम द्वारा अभ्यर्थियों को बरगलाकर परीक्षा पेपर हल करने के नाम पर 4 से 9.50 लाख रुपए तक में सौदा तय किया जा रहा था। अभ्यर्थियों से उनके मूल प्रमाण पत्र, अंक पत्र के साथ ही ब्लैंक चेक रखे जा रहे थे। गिरोह का मुख्य सरगना रविकांत पांडेय फिलहाल फरार है। अभियुक्तों से बरामद लैपटॉप की जांच करने पर पता चला कि उनके द्वारा एआई टूल के माध्यम से प्रवेश पत्र पर फोटो बदलने का भी काम किया जा रहा था। अभियुक्तों के पास से तमाम सरकारी अधिकारियों की मोहर भी बरामद किए गए हैं।

 

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