नई दिल्ली
स्थायी नौकरी की मांग को लेकर दिल्ली नर्सिंग फेडरेशन ने मंगलवार को दिल्ली सचिवालय का घेराव कर विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली सरकार के अस्पतालों के सेकड़ों कर्मचारी अपनी मांगों को लेकर एकत्रित हुए। इस दौरान दिल्ली कंट्रैट्यूएल हेल्थ एम्प्लायीज यूनियन के महा सचिव आसिम ने बताया कि सभी संविदा कर्मचारियों को जब तक परमानेंट नहीं किया जाएगा हमारी लडाई जारी रहेगी। वहीं दूसरी ओर शालू ने बताया कि दिल्ली हाई कोर्ट ने 6 नवंबर 2013 को संविदा कर्मचारियों को रेगुलर करने का निर्णय दिया था लेकिन, सरकार ने नहीं किया। सरकार 2 बार रिविव में गई, वहा भी हार गई,फिर सरकार सवौर्च्च न्याययालय गई वहाँ से सरकार ने SLP वापस ले ली,अब दिल्ली हाई कोर्ट मे अवमानना का केस दिल्ली सरकार झेल रही है लेकिन अब तक परमानेंट नहीं किया जा सका। पूरी दिल्ली का स्वास्थ्य विभाग विरोध में है। संविदा कर्मचारियों को 15-20 साल की सेवा होने पर भी स्थायी नहीं किया जा रहा है, वन टाइम रेगुलराइजे़शन की पॉलिसी दिल्ली सरकार को बनाना है लेकिन दिल्ली सरकार केवल आयु में छूट की पालिसी दे कर अपना पलड़ा झाड़ रही है। कर्मचारियों की माँग है कि जिस प्रकार होमियोपैथिक डॉक्टर,डेन्टल डॉक्टर तथा तिहाड़ जेल के पैरामेडिकल कर्मचारियों को सरकार ने पॉलिसी बना के रेगुलर किया है उसी तरह उन्हे भी रेगुलर किया जाए. माननीय उप राज्यपाल जी से तथा दिल्ली सरकार से निवेदन है कि कर्मचारीयों के परिवार के हित में निर्णय लें।