मुख्तार अंसारी की तारीफ कर फंसा सिपाही फयाज खान, अब हुई यह बड़ी कार्रवाई?

पुलिस ने सिपाही का मोबाइल खंगाला, निलंबन तय

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लखनऊ
माफिया मुख्तार अंसारी की तारीफ़ का स्टेटस लगाने वाले लखनऊ में बख्शी का तालाब BKT थाने के सिपाही फयाज खान के सोशल मीडिया के सारे अकाउंट खंगाले जा रहे। साथ ही उसे पुलिस लाइन भेज दिया गया है। उसने पुलिस अफसरों को यह भी बताया है कि ये स्टेटस उसकी एक परिचित ने लगा दिया था। हालाँकि पुलिस ने इसे नहीं माना है। उसकी पत्नी से भी बात की गई है।
सिपाही ने रविवार को मुख्तार अंसारी की मौत को लेकर आपत्तिजनक व्हाट्सएप स्टेटस लगाया था। अफसरों ने इसका संज्ञान लेकर सिपाही पर निलंबन की कार्रवाई करने के लिए चुनाव आयोग से अनुमति मांगी है। सिपाही ग़ाज़ीपुर जिले के नन्दगंज थाना क्षेत्र के सिहोरी गांव का रहने वाला है। उसका वर्ष 2021 में सिपाही पद पर चयन हुआ था।
डीसीपी अभिजीत आर शंकर ने इस बारे में सोमवार को भी पड़ताल की। सिपाही से करीब एक घंटे तक पूछताछ की गई। पुलिस अफसरों का कहना है कि कोई और आपत्तिजनक व पुलिस की नियमावली का उल्लंघन करते पोस्ट पाए जाते हैं तो उनको साक्ष्य के तौर पर विभागीय जांच में शामिल किया जाएगा।
तीन दिन पहले माफिया मुख्तार अंसारी हार्ट अटैक आने से मौत हो गई थी। मुख्तार यूपी के बांदा जेल में बंद था। वहीं मुख्तार के मौत के बाद यूपी पुलिस के कांस्टेबल फयाज खान ने उसके लिए व्हाट्सएप पर स्टेटस लगाया, जिसके बाद बवाल मच गया। पुलिस ने तत्काल मामले का संज्ञान लिया और बीकेटी थानाध्यक्ष से मामले की रिपोर्ट मांगी, जिसमें पाया गया कि कांस्टेबल फैयाज ने मुख्तार अंसारी के समर्थन में व्हाट्सएप स्टेटस लगाया था। इसी नाते अब फयाज खान के ऊपर निलंबन की कार्रवाई की प्रक्रिया की जा रही है।
वहीं इस मामले में डीसीपी नॉर्थ अभिजीत आर शंकर ने बताया कि,’सोशल मीडिया के माध्यम से लखनऊ के थाना BKT में तैनात आरक्षी फयाज खान द्वारा अपने निजी व्हाट्सएप पर मुख्तार अंसारी के समर्थन में स्टेटस लगाने का मामला सामने आया है। मामले में एसएचओ से रिपोर्ट मांगी गई थी। जिसके बाद SHO द्वारा भेजे गए अख्या से स्पष्ट हो रहा है कि फैयाज खान द्वारा उत्तर प्रदेश पुलिस सोशल मीडिया पॉलिसी एवं पुलिस अधिकारिक दंड एवं अपील नियमावली 1991 के नियमों का उलंघन किया है। जिसके कारण इनके सस्पेंसन के लिए चुनाव आयोग को लेटर भेजा गया है। चुनाव आयोग द्वारा परमिशन देने पर संबंधित आरक्षी को निलंबित किया जाएगा।’

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