केजरीवाल सरकार गिराने की भाजपा की हर साजिश का दिल्लीवालों ने दिया करारा जवाब
2013 और 2015 में भी दिल्ली की जनता भाजपा और मोदी जी के जुमलों में नहीं आई थी और भारी बहुमत से आम आदमी पार्टी को जिताया - प्रियंका कक्कड़
नई दिल्ली
दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाने की भाजपा द्वारा की जा रही साजिश करने पर आम आदमी पार्टी ने उसे आइना दिखाया है। “आप” की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ का कहना है कि भाजपा केजरीवाल सरकार गिराने की कई बार कोशिश कर चुकी है, लेकिन दिल्लीवालों ने हर बार उसे करारा जवाब दिया है। इस बार भी भाजपा ऑपरेशन लोटस चलाने की कोशिश कर रही है तो इसका भी लोकसभा चुनाव में दिल्लीवाले जवाब देंगे। उन्होंने कहा कि दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना असंवैधानिक होगा, क्योंकि बीते फरवरी में केजरीवाल सरकार सदन में विश्वास मत लाकर अपना बहुमत साबित कर चुकी है। उन्होंने कहा कि 2013, 2015 और 2020 के विधानसभा चुनावों में भाजपा के जुमलों और नफरती भाषणों में जनता नहीं आई और प्रचंड बहुमत से “आप” की सरकार बनाई। दिल्लीवालों को अरविंद केजरीवाल की मुफ्त बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिलाओं का बस में सफर और बुजुर्गों की तीर्थयात्रा जैसी पॉजिटिव राजनीति पसंद है। इसलिए इस बार भी भाजपा का यह षड्यंत्र असफल साबित होगा।
आम आदमी पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय में प्रेस को संबोधित करते हुए कहा कि विश्वसनीय और पुख्ता सुत्रों से जानकारी मिली है कि दिल्ली में एक षडयंत्र के तहत राष्ट्रपति शासन लगाने की कवायद चल रही है। बीजेपी दिल्ली में लगातार गैर-संवैधानिक काम कर रही है और दिल्ली में राष्ट्रपति शासन लगाना भी एक गैर-संवैधानिक काम ही होगा। क्योंकि फरवरी 2024 में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के जरिए कॉन्फिडेंस मोशन लाकर बहुमत साबित किया था। इसके बावजूद बीजेपी दिल्ली में लगातार राष्ट्रपति शासन लगाने का नकारात्मक प्रयास कर रही है।
उन्होंने कहा कि साल 2013 और 2015 में देश का बहुत बड़ा वर्ग मोदी जी की बातों में आ गया था। क्योंकि उन्होंने 35 रुपये में पेट्रोल मिलने, एक रुपये की कीमत एक डॉलर के बराबर करने, युवाओं और बेरोजगारों को हर साल दो करोड़ नौकरियां देने और बैंक खाते में 15 लाख रुपये आने की बात कही थी। लेकिन दिल्ली वाले मोदी जी के जुमलों में नहीं आए और भारी बहुमत से अरविंद केजरीवाल की सरकार बनाई थी। साल 2020 में अमित शाह ने डोर टू डोर चुनावी कैंपेन किया था। बीजेपी के बड़े नेताओं ने भड़काऊ भाषण देकर दिल्ली का सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश की थी। लेकिन दिल्ली की जनता ने ऐतिहासिक बहुमत से अरविंद केजरीवाल को जीताकर बीजेपी की नकारात्मक राजनीति को करारा जवाब दिया था। वहीं, साल 2022 में एमसीडी से भी बीजेपी की विदाई हो गई। मोदी जी पिछले दस साल से दिल्ली में रहते हैं लेकिन वह दिल्ली को जीत नहीं पाए। बीजेपी ने नकारात्मक राजनीति कर हमारे नेताओं को बदनाम करने की कोशिश की। बिना अधिकार के हमारे 20 विधायकों को डिस-क्वालीफाई कर दिया था। हमारे नेताओं पर लगभग 230 केस डाले, जो धीरे-धीरे खत्म होते गए। इन्होंने सुंगलु कमेटी के तहत करीब 400 फाइल खंगाली और उसमें भी हम क्लीन हो गए। हमसे सर्विसेज छीन ली गई। लेकिन इन सब दिक्कतों के बावजूद सीएम अरविंद केजरीवाल लगातार काम करते रहे।
प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि दिल्ली में 24 घंटे बिजली मिलती है। 200 यूनिट फ्री मिलती है। 400 यूनिट आधे रेट पर मिलती है और बिजली के बाकी सेलेब्स में भी साल 2015 से कोई बढ़ोतरी नहीं हुई है। दिल्ली में मुफ्त शिक्षा मिलती है। बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधा मिलती है। जिससे न केवल दिल्ली, बल्कि देश औ विदेश से भी लोग इलाज कराने के लिए आते हैं। दिल्ली में महिलाओं के लिए बस यात्रा मुफ्त है। बुजुर्गों को मुफ्त तीर्थयात्रा की सुविधा मिलती है और अब महिलाओं के लिए हर महीने एक हजार रुपये की योजना भी लागू करने जा रहे हैं। इन सबके बावजूद अरविंद केजरीवाल सरकार ने हमेशा मुनाफे का बजट पेश किया है। क्योंकि यहां एक ईमानदार सरकार है, जो अपनी जेब नहीं भरती है। मोदी जी बीजेपी शासित किसी भी राज्य में यह मॉडल लागू नहीं कर पाते। इसलिए शुरू से ही अरविंद केजरीवाल को रोकने का काम करते हैं। अब एक सोची-समझी साजिश के तहत दिल्ली के एलजी उलूल-जुलुल दस्तावेज बनाकर गृह मंत्रालय को भेज रहे हैं। ताकि राष्ट्रपति शासन के लिए जमीन तैयार की जा सके। लेकिन बीजेपी की ये हरकत बाकी की तरह गैर-संवैधानिक होगी।
उन्होंने कहा कि इन्होंने एक झूठे मुकदमें के तहत अरविंद केजरीवाल को फंसाया है। इस झूठे और फर्जी मामले में न कोई एफआईआर है, न कोई ट्रायल शुरू हुआ है और न ही एक चवन्नी की रिकवरी हुई है। फिर भी अरविंद केजरीवाल दो सरकारी गवाहों के बयान के आधार पर जेल में हैं। जिस कानून के तहत उनको जेल में डाला गया है, उसको ड्रग माफिया और आतंकवादियों के लिए बनाया गया था। दिल्ली में बार-बार चुनाव हारने, ऑपरेशन लोटस फेल होने और एलजी के काम रोकने के बाद बीजेपी अब राष्ट्रपति शासन लगाने का नया प्रयास कर रही है। अरविंद केजरीवाल ने बीजेपी और मोदी जी को अनेकों बार समझाया कि दिल्ली को केवल प्यार से जीता जा सकता है। दिल्ली के लोग दिलवाले हैं, उनको नकारात्मक प्रयास पसंद नहीं हैं। ऐसा पिछले कई चुनाव में देखने को मिल चुका है और आगामी लोकसभा चुनाव में भी देखने को मिलेगा। दिल्ली की जनता को सकारात्मक राजनीति पसंद है, जो अरविंद केजरीवाल करते हैं। बीजेपी को दिल्ली के जनता की बात समझनी होगी और इस तरह के षडयंत्र बंद करने होंगे, वरना आने वाले लोकसभा चुनाव में इसका करारा जवाब मिलेगा।