नई दिल्ली
संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ड्रग्स एंड क्राइम (यूएनओडीसी) के सहयोग से “ड्रग तस्करी से संबंधित अपराध, साइबरस्पेस और उभरती हुई तकनीक” पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया। ये कार्यक्रम रोहिणी स्थित फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (एफएसएल) ने शुक्रवार को किया गया । इस दौरान कार्यशाला में इंटरैक्टिव सत्र शामिल किए गए। इसका उद्देश्य नशीली दवाओं के दुरुपयोग के गंभीर प्रभाव के बारे में जागरूकता पैदा करना और नशीली दवाओं के दुरुपयोग और अवैध तस्करी के खिलाफ लड़ने के लिए अंतर्राष्ट्रीय समर्थन प्राप्त करना है। एफएसएल निदेशक दीपा वर्मा ने कहा कि सुनियोजित इंटरैक्टिव सत्रों ने प्रतिभागियों को सामान्य उद्देश्यों को पूरा करने है। इसका उद्देश्य देश को ड्रग-मुक्त बनाना है।