लखनऊ में जज के इकलौते बेटे ने फांसी लगाकर दी जान, खुदकुशी की यह बनी वजह?
बिना पोस्टमार्टम कराए ही शव लेकर अयोध्या चले गए परिजन
लखनऊ, रिपोर्टर।
डालीबाग स्थित बटलर पैलेस में एनआईए कोर्ट के स्पेशल जज के इकलौते बेटे अजितेश त्रिपाठी (18) ने बुधवार देररात फांसी लगाकर जान दे दी। रात को ही जेईई मेंस का रिजल्ट घोषित हुआ था। इसमें फेल हो जाने से अजितेश तनाव में आ गया और खाना खाने के बाद अपने कमरे में चला गया। इधर, परिजनों को शक हुआ तो वह अजितेश से मिलने के लिए चले गए। काफी देर तक कमरे का दरवाजा खटखटाया लेकिन अजितेश की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली तो परिजन घबरा गए। दरवाजा का कुडी तोउ़कर अंदर घुसे तो अजितेश पंखे के सहारे फंदे से लटका हुआ मिला। यह देख परिजनों के होश उड़ गए और कोहराम मच गया। सुूचना के बाद पुलिस फंदे से उतारकर उसे अस्पताल लेकर गई जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
परिजनों ने बेटे के शव का पोस्टमार्टम करने से किया इंकार….
पुलिस ने शव का पंचनामा कराया तो परिजनों ने बेटे के शव का पोस्टमार्टम कराने से इंकार कर दिया। परिजन शव का पोस्टमार्टम नहीं कराना चाहते थे इसलिए पंचनामे के बाद शव को उन्हें सौप दिया गया। गुरूवार सुबह अंतिम संस्कार के लिए शव को अपने मूल निवास अध्योध्या लेकर गए।
पुलिस के मुताबिक स्पेशल जज विवेकानन्द त्रिपाठी परिवार के साथ बटलर पैलेस में रहते हैं। बुधवार रात करीब 2 बजे उनके बेटे अजितेश का शव फंदे से लटका मिला। सुबह बटलर पैलेस स्थित जज के आवास के बाहर सन्नाटा रहा। परिवार का कोई भी सदस्य नहीं था। मौके पर जज के घर में काम करने वाली नौकरानी सुषमा और उसके दो बच्चे मिले। सुषमा ने बताया कि बुधवार रात को जेईई मेन्स का रिजल्ट आया था। अजितेश परीक्षा में फेल हो गए थे। इससे उन्होंने यह खौफनाक कदम उठाया है। अजितेश एग्रेसिव नेचर का था। मां को डर था कि बेटा कहीं गलत कदम न उठा ले। इस वजह से चार दिन पहले ही उसका मोबाइल अपने पास रख लिया था। लेकिन लैपटॉप अजितेश के पास में ही था। अजितेश ने रात में ही अपना रिजल्ट देख लिया था।
देर रात 11.30 बजे घोषित हुआ था जेईई मेंस का रिजल्ट…
24 अप्रैल की देर रात 11.30 बजे पर जेईई मेंस का रिजल्ट जारी हुआ था। रात करीब दो बजे तक जब अजितेश कमरे के बाहर नहीं आया तो मां ने दरवाजा खटखटाया। अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। कुंडी तोड़कर परिवार के लोग अंदर गए तो देखा अजितेश का शव पंखे से लटक रहा था। उसकी दो छोटी बहनें हैं। पुलिस के बड़े अफसर मौके पर पहुंचे हुए थे। उन्होंने बताया कि अजितेश ने पर्दे को फाड़कर उसी से फंदा बनाया था। शव का पोस्टमॉर्टम कराने की बात कही गई तो परिवार ने मना कर दिया। सुबह शव लेकर अयोध्या चले गए।
अजितेश ने क्यों की खुदकुशी? पुलिस भी अनजान…
ADCP मध्य मनीषा सिंह ने बताया कि अजितेश ने खुदकुशी क्यों की? इस बारे में परिवार ने कोई जानकारी नहीं दी। परिजनों ने यह लिखकर जरूर दिया है कि वह इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं चाहते हैं। इसके बाद बिना पोस्टमार्टम के शव को उन्हें सौंप दिया गया। वहीं सेट्रल बार एसोसिएशन ने इस घटना पर शोक जताया है। अध्यक्ष अरविंद कुशवाहा ने कहा कि एसोसिएशन इस दुख की घड़ी में परिजनों के साथ खड़ा है।