नई दिल्ली
राष्ट्र मंदिर विश्व रामायण आश्रम की ओर से जनक नंदिनी राम बल्लभा में सीता नवमी महोत्सव बड़ी धूमधाम से मनाया गया। इस अवसर पर संगीतमय सीता चरित्र कथा की प्रस्तुति की। इस दौरान उन्होंने कहा कि सीता माता का चरित्र आज की वर्तमान नारी के लिए आदर्श है। जैसे श्री राम पुरुषों के लिए पुरुषोत्तम हैं वैसे ही सीता भी नारियों के लिए सर्वोत्तम है। सीता माता के चरित्र को हम अपने जीवन में उतार कर अपने जीवन में सुख समृद्धि व गृहस्थ का समन्वय प्राप्त सकते हैं एक पुत्री,पत्नी,मां तथा महारानी के रूप में उनका चरित्र सबके लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि भविष्य में सीता नवमी महोत्सव भारतीय नारी दिवस के रूप में स्थापित किया जाए इसके लिए प्रयास किया जा रहा है।
आयोजन प्रमुख तथा अंतरराष्ट्रीय रामलीला महोत्सव समिति के अध्यक्ष वी पी टंडन ने कहा की राष्ट्र मंदिर द्वारा विगत वर्षों से सीता नवमी का महोत्सव सनातन संस्कृति के संवर्धन के लिए निरंतर किया जा रहा है और इसी श्रृंखला में 26 मई से 1 जून 2024 तक यह आयोजन अशोक वाटिका,श्रीलंका में भी आयोजित किया जाएगा इस अवसर पर श्रीलंका स्थित रामायण कालीन ऐतिहासिक स्थान की दर्शन यात्रा की जाएगी जिससे समाज रामायण की सत्यता व प्रमाणिकता को और अच्छे से समझ सके इसके लिए भारत से तीर्थ का बड़ा दल वहां जा रहा है।कार्यक्रम की संयोजक श्रीमती संध्या अग्रवाल व श्रीमती संतोष जैन ने कहा वर्तमान में नारी शक्ति में आदर्श स्थापित करने के लिए सीता नवमी महोत्सव बहुत प्रासंगिक है आयोजन में मिथिला शैली में बधाई उत्सव किया गया व विशाल भंडारे का भी वितरण किया गया इस अवसर पर योगेन्द्र चंदोलिया,नरेश ऐरन, नरेंद्र गुप्ता, पूनम जैन सहित भारी संख्या में महिला मंडल वह अन्य संस्थाओं ने भाग लिया।