लोकसभा चुनाव में APP को मिल सकता है हाथ का साथ
दोपहर कांग्रेस और शाम को आम आदमी पार्टी की पीएसी की बैठक
नई दिल्ली /विजय राय
लोकसभा चुनाव में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को घेरने में जुटी विपक्षी पार्टियों राजनीतिक विरोध के बावजूद एक दूसरे के करीब आ रही है। दिल्ली विधानसभा में कांग्रेस का अस्तित्व समाप्त करने वाली आम आदमी पार्टी को एक बार फिर से कांग्रेस का साथ मिल सकता है। साल 2013 में जब हमारी पार्टी विधानसभा की सत्ता से कुछ सीट दूर रह गई थी। उस समय भी कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी को सरकार बनाने में मदद की थी। एक बार फिर से आम आदमी पार्टी कहने पर कांग्रेस आप को साथ देने को तैयार हुई है। उम्मीद है कि रविवार को होने वाली आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की बैठक में इस पर मोहर लग जाए। यदि ऐसा होता है तो दिल्ली आम आदमी पार्टी कांग्रेस को दिल्ली में 3 सीट दे सकती। के समर्थन पंजाब में भी लागू हो सकता है।
कांग्रेस से मिले समर्थन का सीधा फायदा आम आदमी पार्टी को ही होगा। आम आदमी पार्टी दिल्ली और पंजाब में मजबूत है। लेकिन राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल सहित अन्य राज्यों में पैर पसारने की कोशिश कर रही है। गुजरात में आम आदमी पार्टी की कोशिश से कांग्रेस काफी पीछे चली गई, जिसका सीधा फायदा भाजपा को हुआ था। ऐसे में आम आदमी पार्टी पर आरोप लगे थे कि वह भाजपा की बी टीम है। इस समय कांग्रेस जहां अपने खोए हुए वजूद को पाने के लिए प्रयास कर रही हैं। वहीं हाल ही में राष्ट्रीय पार्टी बनी आम आदमी पार्टी देश में विस्तार के लिए प्रयास कर रही है।