लखनऊ/सिद्धार्थनगर रिपोर्टर।
कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं उत्तर प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडेय ने कहा है कि
भाजपा की योगी सरकार रिक्त पड़े 30 लाख सरकारी पदों की भर्ती के बजाय आउटसोर्सिंग और संविदा संस्कृति का झुनझुना पकड़ा रही है।
हमारी बहनों और माताओं की अस्मिता को खतरा है क्योंकि प्रज्जवल रेवन्ना, बृजभूषण शरण सिंह, चिन्मयानंद, कुलदीप सेंगर जैसे तमाम नेताओं को भाजपा राजनीतिक संरक्षण देती रही है। यह सरकार असहमति की आवाज को सदन से सड़क तक खामोश कर रही है। जनता को सरकारी तंत्र से डरा दिया गया है?। उन्होंने कहा कि ऐसे वातावरण में राहुल गांधी देश के सम्मुख आशा की किरण के रूप में प्रकट हुए। उन्होंने भारत जोड़ो यात्रा के द्वारा देश के सभी अंचलों में हाशिए के समाज के बीच में जाकर उनके अंदर भरोसा पैदा किया और मोदी सरकार से आंखों में आंखें डालकर सवाल किया।
अविनाश पांडेय मंगलवार को सिद्धार्थ नगर में इंडिया गठबंधन के प्रत्याशी भीष्म शंकर/कुशल तिवारी के समर्थन में समन्वय बैठक को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अभिव्यक्ति की आजादी पर ताला लगाकर, संवैधानिक संस्थाओं को जंजीरों में जकड़ कर, प्रतिपक्ष के नेताओं को कारागार में डालकर अगर यह सोचती है कि भारत का संविधान खत्म कर देगी तो वह गलतफहमी में है। भारत का संविधान इस देश की जनता के दिलों में मौजूद है, उनके सपनों में है।
कांग्रेस प्रभारी ने कहा कि आज संविधान व आरक्षण खतरे में है। हमारे देश के संसाधनों पर भी खतरा है। मोदी के 21 पूंजीपति मित्रों के पास देश के 50 प्रतिशत आबादी की संपत्ति के बराबर की दौलत इकट्ठी है। 80 करोड़ लोग 5 किलो राशन की लाइन में लगे हुए हैं। देश का अन्नदाता बेहाल है। 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का वायदा एक जुमला सिद्ध हुआ है। उन्होंने कहा कि नौजवान बेरोजगारी से परेशान है। रिक्त पड़े 30 लाख सरकारी पदों की भर्ती के बजाय आउटसोर्सिंग और संविदा संस्कृति का झुनझुना पकड़ा रही है। दो करोड़ रोजगार देने का जुमला अब प्रधानमंत्री के कंठ से गलती से भी नहीं निकलता। अग्नि वीर जैसी योजनाओं से देश की प्रतिरक्षा के सम्मुख भी खतरा पैदा हो गया है?।
अविनाश पांडेय ने कहा कि 4 जून को जब परिणाम आएगा तो उत्तर प्रदेश में भाजपा को सबसे बुरी हार का मुंह देखना पड़ेगा। मंच पर मौजूद कांग्रेस, समाजवादी पार्टी प्रदेश स्तरीय एवं जिला स्तर के पदाधिकारी को संबोधित किया।