लखनऊ, रिपोर्टर।
भारत तम्बाकू सेवन के मामले में विश्व में दूसरे स्थान पर है। देश में लगभग हर साल तेरह लाख मौतें तम्बाकू के कारण होती हैं। जिसमें 27 प्रतिशत तम्बाकू जनित कैंसर होता है। यह जानकारी पब्लिक हेल्थ इनिशियेटीव डॉ. निधि सिंह ने विश्व तम्बाकू निषेध दिवस की पूर्व संध्या पर दी। वह गुरूवार को शहर के अर्जुनगंज में राज्य तम्बाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ से तम्बाकू उन्मूलन केंद्र के रूप में संबद्ध सुपर स्पेशियलिटी डेंटल क्लिनिक पर जागरूकता कार्यक्रम को संबोधित कर रही थीं।
राज्य तम्बाकू नियंत्रण परकोष्ठ के सहयोग से रूरल डेंटल सोसायटी फॉर ओरल डिजीज प्रिवेंशन एंड क्योर संस्था ने जनता को जागरूक किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन की थीम बच्चों को तम्बाकू उद्योग के हस्तक्षेप से बचाना है विषय पर जनता को जागरूक किया गया। तम्बाकू चालीस प्रकार के कैंसर का कारण है…
संस्था की अध्यक्षा डॉ. निधि सिंह ने आगे बताया कि तम्बाकू चालीस प्रकार के कैंसर का कारण है। इसकी खेती प्रतिवर्ष लगभग 35 लाख हेक्टेयर जमीन की दर से बढ़ रही है। जिसमें दो लाख हेक्टेयर जमीन जंगलों के दोहन से प्राप्त की जाती है। उन्होंने ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे चार का हवाला देते हुए बताया कि उत्तर प्रदेश में 22.9 प्रतिशत युवा तम्बाकू का सेवन कर रहा है जो अन्य राज्यों कि तुलना में देश में पांचवे नंबर पर है।
डॉ. निधि सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश का युवा 23.5 प्रतिशत अपने घर, 19.5 प्रतिशत विद्यालयों में तो 16.7 प्रतिशत मित्रों के घर पर छुपकर तम्बाकू का सेवन कर रहा है। बताया कि तम्बाकू का समय से त्याग कर देने पर इंसान की उम्र दस साल बढ़ जाती है। कार्यक्रम के दौरान डॉ. राजशेखर, डॉ. गौरव, राजीव पाठक, राहुल यादव, संदीप सिंह आदि मौजूद रहे।