लखनऊ नगर निगम के जर्जर कार्यालय की छत से टूटकर गिरा प्लास्टर, अफरा-तफरी,जान बचाकर भागे कर्मचारी
इससे पहले भी प्लास्टर के टुकड़े गिरने से राजस्व निरीक्षक को लगी थी सिर पर चोट
लखनऊ। अलीगंज स्थित नगर निगम जोन तीन कार्यालय में जर्जर छत का प्लास्टर अचानक टूटकर गिरने से अफरा-तफरी मच गई। प्लास्टर का एक बड़ा टुकड़ा यहां तैनात बाबू के पास थोड़ी ही दूर फर्श पर गिरा। हादसे के बाद वह सुरक्षित जगह तलाशने लगे। गनीमत रही कि कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ। इससे पहले भी यहां जर्जर छत का प्लास्टर गिरने से राजस्व निरीक्षक चोटिल हुए थे।
नगर निगम जोन तीन कार्यालय में सोमवार दोपहर करीब दो बजे बाबू श्याम बिहारी वर्मा फाइलों में नोटिंग इत्यादि का काम कर रहे थे। इसी बीच थोड़ी ही दूर पर कार्यालय की छत पर लगा प्लास्टर का बड़ा टुकड़ा अचानक टूटकर गिर पड़ा। जिसे देख श्याम बिहारी दहशत में आ गए और सुरक्षित जगह तलाशने लगे। तेज आवाज से आस-पास के कर्मचारी भी मदद को दौड़ पड़े। मौके पर अफरा-तफरी मच गई।
हालांकि प्लास्टर गिरने से कोई चोटिल तो नहीं हुआ, लेकिन जर्जर कार्यालय में कर्मचारियों को अब कभी भी किसी अनहोनी का डर सताने लगा है। इस बारिश के मौसम में कभी भी कर्मचारियों के साथ बड़ा हादसा हो सकता है।
श्याम बिहारी ने बताया कि वह फाइल में नोटिंग कर रहे थे। इसी बीच अचानक उनके बगल में प्लास्टर का एक बड़ा टुकड़ा तेज आवाज के साथ फर्श पर गिर पड़ा। कुछ देर के लिए वह यह सोच कर सन्न रह गए कि यदि यही प्लास्टर का टुकड़ा उनके ऊपर गिरता तो उनकी क्या हालत होती? साथ ही कर्मचारियों ने बताया कि बस बच गए यही गनीमत है। हालांकि उप्र नगर निगम कर्मचारी महासंघ ने जर्जर बिल्डिंग को देखकर नई बिल्डिंग बनाकर उसमें कार्यालय शिफ्ट करने की मांग की थी, जोकि अभी निर्माणाधीन है। जिसके तैयार होने के बाद जोन तीन कार्यालय वहीं शिफ्ट हो जाएगा।
कार्यालय जर्जर हो चुका है। इससे पहले भी यहां कार्यालय की जर्जर छत पर लगे प्लास्टर के टुकड़े गिरने से राजस्व निरीक्षक कंचन सक्सेना चोटिल हुए थे। उनके सिर पर चोट लगी थी। अंदरूनी चोट होने की वजह से डॉक्टर ने उन्हें सिर के सिटी स्कैन जांच कराने की सलाह दी थी। हालांकि उपचार के बाद वह ठीक हैं।
यह कार्यालय काफी जर्जर हालत में है। रोजाना यहां छतों से प्लास्टर के टुकड़े गिरते रहते हैं। कमरों में लोहे की सरियों का जाल लटकने लगा है। सीलन भरी दीवारों के बीच कर्मचारी काम करने को मजबूर है। अर्से से इस बिल्डिंग की मरम्मत नहीं हुई है।