लखनऊ, रिपोर्टर।
नगर निगम के कर्मचारियों को विशेष परिस्थितियों में मिलने वाले आकस्मिक इलाज का लाभ नहीं मिल पा रहा है। विभागीय सहमति एवं उसके बाद इलाज के सम्बन्ध में सीएमओ द्वारा भेजी गई पत्रावलियों में भी आपत्तियां लगाये जाने से आक्रोश है। उप्र नगर निगम कर्मचारी संघ ने इलाज की सहमति एवं इस पर हुए खर्च के भुगतान प्रक्रिया को सरलीकरण करने की मांग की है। ताकि कर्मचारियों को किसी भी प्रकार से अनावश्यक रूप से कोई परेशानी न उठानी पड़े और उनका इलाज भी सुचारू से समय पर हो सके। भुगतान प्रक्रिया को सरल करने की मांग…
संघ के लखनऊ अध्यक्ष राजेश सिंह ने नगर आयुक्त को पत्र लिखा है। साथ ही महापौर से भी भुगतान प्रक्रिया को सरल करने की मांग उठाई है। राजेश सिंह ने बताया कि नगर निगम के तमाम सेवानिवृत्त (सीनियर सिटीजन) एवं कार्यरत कर्मचारियों के चिकित्सा प्रतिपूर्ति से संबंधित पत्रावलियों में अनावश्यक रूप से विलंब होने एवं सीएमओ द्वारा लगाए जाने आपत्तियों के संबंध में पत्र भेजा गया है। इलाज एवं उस पर हुए खर्च की प्रतिपूर्ति के सम्बन्ध में मानवीय आधार अपनाने का अनुरोध…
उन्होंने बताया कि वृद्धावस्था एवं विशेष परिस्थितियों में कराए गए इलाज एवं उस पर हुए खर्च की प्रतिपूर्ति के सम्बन्ध में मानवीय आधार अपनाने का अनुरोध किया गया है। इलाज की सहमति एवं उस पर हुए खर्च के भुगतान प्रक्रिया को सरल करने की मांग की गई है। जिससे किसी भी प्रकार से कर्मचारियों को अनावश्यक रूप से कोई परेशानी न उठानी पड़े। साथ ही उनका इलाज भी सुचारू से समय पर हो सके।