लखनऊ, रिपोर्टर।
राजधानी स्थित बलरामपुर अस्पताल के डॉक्टरों ने दुर्लभ बीमारी ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया (चेहरे की नसों में दर्द) से मरीज को राहत दिलाई है।चिकित्सकों ने मरीज का सफल ऑपरेशन किया है। दावा है कि अस्पताल में पहली बार इस तरह का ऑपरेशन किया गया है। ICU में भर्ती मरीज स्वस्थ है। दर्द से राहत मिल गई है। वो सामान्य तरह बातचीत कर रहा है। दर्द की दवाएं खाने के बावजूद नहीं मिली मरीज को कोई राहत…
प्रतापगढ़ निवासी 46 वर्षीय अशोक कुमार को छह वर्ष से दाहिने चेहरे में दर्द था। दर्द की दवाएं खाने के बावजूद कोई राहत नहीं मिली। दर्द की वजह से ब्रश और कुल्ला करने, खाना व पानी पीते समय दाहिने मुंह में दर्द बढ़ जाता था। कई डॉक्टरों को दिखाया, लेकिन आराम नहीं मिला। करीब एक माह पहले परिजन मरीज को बलरामपुर अस्पताल लेकर आये। जांच में हुई दुर्लभ रोग ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया की पुष्टि…
न्यूरो सर्जन डॉ. विनोद तिवारी ने मरीज को देखा और एमआरआई जांच की सलाह दी। जांच में दुर्लभ रोग ट्राइजेमिनल न्यूराल्जिया की पुष्टि हुई। दिमाग की पांचवीं नस को उसी की नाड़ी ने दबा रही थी। इससे मरीज के दाहिने चेहरे पर असहनीय दर्द हो रहा था। परिजनों की सहमति पर मरीज का ऑपरेशन किया। ऑपरेशन में साढ़े तीन घंटे लगे। इस ऑपरेशन का निजी अस्पताल में तीन लाख से ज्यादा खर्च आता लेकिन यहां पर मुफ्त हुआ है। निदेशक और CMS ने जटिल ऑपरेशन करने वाली टीम को सराहा…
बलरामपुर अस्पताल के निदेशक डॉ. पवन कुमार अरुण और CMS डॉ. NB सिंह ने जटिल ऑपरेशन करने वाली टीम को सराहा।
टीम में डॉ. विनोद तिवारी, डॉ. एएस चंदेल, डॉ. बीबी भट्ट, डॉ. शुभम, डॉ. गार्गी शुक्ला और नर्स निर्मला मिश्रा, उर्मिला सिंह, सीमा शुक्ला व दया, ओटी स्टाफ गिरीश, कृष और ऋषि आदि मौजूद रहे।