आजमगढ़, उपेन्द्र कुमार पांडेय।
शकरकंद गली मीर घाट स्थित महर्षि आश्रम में रविवार को बड़े धूमधाम से गुरु पूर्णिमा का समारोह मनाया गया। वेद और वैदिक मंत्रों के उच्चारण के साथ ही कार्यक्रम का शुभारंभ हुआ। 121 बटुकों द्वारा गुरु परंपरा पूजन कर महर्षि प्राणीत भवति ध्यान योग का पूर्ण अभ्यास किया।
महर्षि संस्थान के प्रमुख वेद विद्या मार्तंड ब्रह्मचारी गिरीश द्वारा शुरू किए गए विश्व शांति आंदोलन के 16वें स्थापना दिवस पर संस्था के प्रबंधक सुनील श्रीवास्तव ने महर्षि आश्रम वाराणसी के कृपा कल्पों पर पर विचार व्यक्त किए। कहा कि महर्षि जी ने भावातीत ध्यान योग के प्रचार-प्रसार 159 देशों में करने के लिए अपने केंद्र स्थापित किया। भारत में गुरुकुल के माध्यम से बटुकों को वैदिक शिक्षा प्रसार कर विश्व शांति हेतु यज्ञ अनुष्ठान करने का कल्पना किया था। गुरु पूजन के पश्चात भावातीत ध्यान का अभ्यास चारों वेद का पाठ कर आदि गुरु शंकराचार्य स्वामी ब्रह्मानंद सरस्वती जी को याद किया गया।
कार्यक्रम मे नगर निगम के सभापति नरसिंह दास बाबा, वीरेंद्र श्रीवास्तव, राकेश मिश्रा, छात्रसंघ अध्यक्ष कृष्ण मोहन शुक्ल, विपिन गर्ग, सुखेंद्र भार्गव, पवन पटेरिया, रमेश तिवारी, अर्पित शर्मा, आशीष पांडेय, आकाश गर्ग आदि मौजूद रहे। प्रसाद वितरण के साथ ही कार्यक्रम का समापन हो गया। सह प्रबंधक श्रीमंत केसरी स्वाई ने सभी का आभार जताया।