लखनऊ: अकबरनगर से विस्थापित युवक ने फांसी लगाकर दी जान, टूटा था घर

आर्थिक तंगी व नौकरी न मिलने से परेशान था युवक

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लखनऊ, संवाददाता।

महानगर के अकबर नगर से वसंत कुंज विस्थापित किए गए अजीज (24) ने आर्थिक तंगी से परेशान होकर फांसी लगाकर जान दे दी। रविवार तड़के उसका फंदे से लटकता शव मिलते ही हड़कम्प मच गया। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। उसकी दो साल पहले शादी हुई थी। महानगर में रोड के किनारे वह कपड़े की सिलाई का काम करता था। अकबर नगर ढ़हाए जाने के बाद उसका काम पूरी तरह से बंद हो गया था। घर में आय का कोई साधन नहीं रह गया था।
परिजनों के मुताबिक अजीज काम नहीं मिलने से परेशान था। पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को सौंप दिया है। परिवार में पत्नी के अलावा उसकी छह महीने की बेटी भी है।

अजीज का शव खिड़की के जाल में दुपट्टे के सहारे लटकता देखा

भाई नजीर ने बताया कि अजीज बसंत कुंज योजना में तीसरी मंजिल पर पत्नी सनोवर एक बेटी अनाया के साथ रहते थे। शनिवार रात पति-पत्नी में पैसे को लेकर कहासुनी हुई। इसके बाद पत्नी बेटी के साथ कमरे के बाहर सो गई। रविवार तड़के लोगों ने अजीज का शव खिड़की के जाल में दुपट्टे के सहारे लटकता देखा। सूचना पर पहुंची पुलिस ने छानबीन के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।

बुआ के लड़के ने दी जानकारी

अजीज के घर के सामने उसकी बुआ का लड़का सलमान रहता है। सलमान के मुताबिक वह सुबह चार बजे पानी पीने के लिए उठा। इस दौरान उसे अजीज खिड़की पर खड़ा दिखा। उसे लगा कि किसी काम के लिए वह खड़ा होगा। 7.30 बजे फिर से देखा तो अजीज वहीं खड़ा दिखा। अनहोनी की आंशका को देखते हुए उसने बाकी लोगों को सूचना दी। सभी दरवाजा तोड़कर अंदर गए तो अजीज फंदे से लटकता मिला।

कुकरैल के पास नाले के पास अजीज का मकान था

अकबर नगर में कुकरैल नाले के पास अजीज का मकान था। अजीज की शादी के बाद यहां परिवार में काफी खुशी थी। मकान टूटने के बाद अजीज के परिवार को वसंत कुंज में थर्ड फ्लोर पर फ्लैट्स दिया गया। अकबर नगर ध्वस्तीकरण के दौरान अजीज का परिवार बसंत कुंज में 20 जून को शिफ्ट हुआ था।

अजीज का काम पूरी तरह से बंद हो गया था

अजीज की सिलाई की एक अस्थाई दुकान थी। जहां वह अपनी मशीन ले जाकर टेंट के नीचे दुकान चलाता चलाता था फिर सिलाई मशीन लेकर घर लौट आता। अकबर नगर में घर ढहाए जाने के बाद जब वहां लोग नहीं रहे तो अजीज का काम पूरी तरह से बंद हो गया था। उसे कमाई के लाले पड़ गए। अजीज हर रोज मशीन लेकर आता लेकिन काम बंद हो जाने से वो आर्थिक संकट में आ गया।

नगर निगम के अफसर उठा ले गए थे अजीज की सिलाई मशीन

परिजनों का कहना है कि 19 जुलाई को अकबरनगर में नगर निगम की टीम पहुंची थी। कार्रवाई के दौरान तंबू के नीचे अजीज काम कर रहा था। उसे उखाड़कर फेंक दिया गया। अजीज की सिलाई मशीन भी नगर निगम कर्मी उठा ले गए। 20 जुलाई को मशीन छुड़ाने के लिए अजीज को आठ सौ रुपए जुर्माने देने पड़े। तब उन्हें मशीन मिल पाई थी। परिवार के मुताबिक अजीज के पास कमाई का कोई जरिया नहीं था। लेकिन वह इस उम्मीद में अकबर नगर की दुकान पर जाता था कि शायद उसका काम चलने लगे। वसंत कुंज से अकबर नगर जाने में उसका 100 रुपए किराया लगता था। रूपए भी वह उधार लेकर जाता था।

वसंत कुंज में अब तक 13 लोगों की विभिन्न परिस्थितियों में हुई है मौत

अकबर नगर ध्वस्तीकरण के बाद वसंत कुंज में विस्थापित किए गाए लोगों की लड़ाई लड़ रहे इमरान रजा का कहना है कि वसंत कुंज में अब तक 13 लोगों की विभिन्न परिस्थितियों में मौत हो चुकी है। उन्होंने सरकार से सभी मृतकों की लिस्ट भी मांगी है। उन्होंने बताया कि अजीज की आत्महत्या के पीछे की वजह बेरोजगारी व आर्थिक तंगी है। खर्चों को वह पूरा नहीं कर पाया इसलिए उसने खुदकुशी कर ली।

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