AAP सांसद संजय सिंह ने भेजा ED को लीगल नोटिस, कहा लगाती है झूठा आरोप
मेरे खिलाफ कोई गवाही नहीं, फिर भी आबकारी मामले की चार्जशीट में मेरा नाम है- संजय सिंह
नई दिल्ली
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने शनिवार को ईडी को लीगल नोटिस भेजा है। आबकारी मामले की चार्जशीट में बिना साक्ष्य व बयान के उनका नाम शामिल करने पर ईडी को यह नोटिस भेजा गया है। नोटिस में कहा गया है कि ईडी ने सांसद की छवि खराब करने और लोकप्रियता पाने के लिए झूठे और दुर्भावनापूर्ण तरीके से आबकारी मामले में उनकी संलिप्तता दिखाई है। ईडी 48 घंटे के अंदर सार्वजनिक माफी मांगे या फिर आपराधिक मानहानि की कार्यवाही का सामना करे। सांसद संजय सिंह ने नोटिस को ट्वीट कर कहा है कि ईडी की जांच झूठ का पुलिंदा है। छह लोगों ने कोर्ट में कहा है कि ईडी ने उनसे जबरन बयान लिया। मनीष सिसोदिया ने 14 फोन तोड़े, यह ईडी का सबसे बड़ा झूठ है। मेरे खिलाफ कोई गवाह नहीं है, फिर भी चार्जशीट में मेरा नाम है। इसलिए मैंने ईडी के अधिकारियों को मानहानि का नोटिस भेजा है।
राज्यसभा सदस्य संजय सिंह के वकीलों ने शनिवार को ईडी के निदेशक संजय कुमार मिश्रा और अतिरिक्त निदेशक जोगेंद्र को यह नोटिस दिया है। इस नोटिस के जरिए ईडी अधिकारियों से 48 घंटे के अंदर सार्वजनिक तौर पर माफी मांगने की मांग की गई है। अगर अधिकारी माफी नहीं मांगते हैं तो उनके खिलाफ दीवानी और आपराधिक कार्यवाही शुरू की जाएगी। नोटिस में यह भी कहा गया है कि सांसद की कानूनी टीम के पास यह साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं कि ईडी के अधिकारियों द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह से निराधार हैं।
इस संबंध में राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि यह बेहद खेदजनक है कि ईडी जैसी एजेंसी, जिसे निष्पक्ष माना जाता है, उसने उनके खिलाफ इस तरह के निराधार आरोप लगाया है। मैं इस तरह के चरित्र हनन को बर्दाश्त नहीं करूंगा। इसलिए मैंने ईडी के जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने का फैसला किया है।
आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय सिंह की ओर से एडवोकेट मनिंदर जीत सिंह बेदी ने यह नोटिस भेजा था। यह नोटिस ईडी के निदेशक संजय कुमार मिश्रा और अतिरिक्त निदेशक जोगेंद्र को संबोधित है। नोटिस में कहा गया है कि अधिकारियों ने जानते हुए भी जानबूझकर दिल्ली आबकारी नीति मामले में सांसद के खिलाफ कुछ असत्य, मानहानिकारक और आपत्तिजनक बयान दिए हैं।