फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट में शुरू हुआ एडवांस्ड एओर्टा सेंटर, जानें क्या मिलेगी सुविधा

मरीज के लिए एक छत के नीचे मिलेगी सारी सुविधा, एओर्टा (महाधमनी) के रोगों के उपचार की खुलेगी नई राह

0 2,009

नई दिल्ली
फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट ओखला में एओर्टिक (महाधमनी संबंधी) रोगों के इलाज के लिए एओर्टा सेंटर शुरू हुआ। इस सेंटर में सर्जिकल इंटरवेंशन के अलावा एंडोवास्क्युलर इंटरवेंशन, रेडियोलॉजिकल डायग्नॉसिस तथा हाइब्रिड इंटरवेंशन के लिए सुविधाएं मिलेगी।
सेंटर सप्ताह के सातों दिन काम करेगा और यहां सोमवार, बुधवार तथा शुक्रवार अपराह्न में ओपीडी कलीनिक की सुविधा उपलब्ध होगी।


इस सेंटर का उद्घाटन सांसद मनोज तिवारी ने किया। इस मौके पर अनिल विनायक, ग्रुप चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर, फोर्टिस हेल्थकेयर समेत फोर्टिस के अन्य गणमान्य लोगों की उपस्थति में किया।
एओर्टिक रोगों में शरीर की मुख्य धमनी (महाधमनी) को प्रभावित करने वाली मेडिकल कंडीशंस शामिल हैं। एओर्टा हमारे शरीर की सबसे बड़ी धमनी है जो हृदय के ऊपरी हिस्से से आरंभ होती है। यह मुख्य धमनी है जो हृदय के एओर्टिक वाल्व से रक्त लेकर ऑक्सीजनमिश्रित रक्त को मस्तिष्क, जिगर, आंतों, गुर्दों, एवं शरीर के अन्य अंगों एवं ऊतकों तक पहुंचाने के लिए दूसरी धमनियों से जुड़ती है। एओर्टिक रोग जन्मजात, आनुवांशिक होते हैं या जन्म के बाद आगे चलकर भी पैदा हो सकते हैं। यदि इन रोगों का उपचार नहीं किया जाता तो इनकी वजह से मरीज के जीवन के लिए गंभीर खतरा पैदा हो सकता है। कुछ सामान्य एओर्टिक रोगों में एओर्टिक एन्यूरिज़्म, एओर्टिक डिसेक्शन तथा एओर्टा में अवरोधी घाव प्रमुख हैं।
इस मौके पर अनिल विनायक ने कहा कि भारत में, लगभग 300,000 से 400,000 लोग हर साल अलग-अलग किस्म के एओर्टिक विकारों के शिकार बनते हैं, लेकिन इनमें से करीब 1,000 को ही पर्सनलाइज़्ड इलाज मिल पाता है। इन रोगों के मामले में शीघ्र डायग्नॉसिस काफी महत्वपूर्ण है, और यदि समय पर रोग का पता चलता है तो सफलता की दर 95% से अधिक हो सकती है। नया एओर्टा सेंटर हर उम्र के मरीजों की जरूरतें पूरी करने के मुताबिक बनाया गया है, जो एडवांस क्लीनिकल प्रेक्टिस के साथ-साथ भविष्य के लिए चिकित्सकीय प्रतिभा को बढ़ावा देने की हमारी प्रतिबद्धता दर्शाता है।”
डॉ शिव चौधरी, डायरेक्टर, एओर्टा सेंटर, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट ने कहा एओर्टा संबंधी रोग अब युवाओं और बुजुर्गों दोनों ही आबादी समूहों को प्रभावित कर रहे हैं। 75% से अधिक एओर्टिक एन्यूरिज़्म और डिसेक्शंस के लिए हाइ ब्लड प्रेशर तथा एथेरोस्क्लेरॉसिस जिम्मेदार है। आनुवांशिकी भी कुछ हद तक इन रोगों का कारण है। हालांकि एओर्टिक रोगों के चलते रुग्णता और मृत्यु की आशंका काफी अधिक होती है, लेकिन शीघ्र डायग्नॉसिस और तत्काल विस्तृत उपचार मिलने से बेहतर नतीजे मिलते हैं। इसी जरूरत को ध्यान में रखकर, हम एओर्टा सेंटर, जो कि भारत में एओर्टा संबंधी रोगों के इलाज की सर्वाधिक व्यापक सुविधाओं के लिए समर्पित केंद्रों में से एक है, का लॉन्च करते हुए गर्व महसूस कर रहे हैं।

Leave A Reply

Your email address will not be published.