दिल्ली में परेशान हुए पशु पालकों, जानें अखिलेश यादव से क्या लगाई गुहार

ज्ञापन सौंप कर कहा कि दिल्ली में हो रही है परेशानी, उठाए इस मामले को

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लखनऊ
दिल्ली में डेरी फार्म चला रहे पशु पालक परेशान हो गए हैं। अपनी समस्या को लेकर बुधवार को गाजीपुर डेरी फार्म फारमर्स एसोसिएशन ने समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मुलाकात कर अपनी समस्या बताई।
मुलाकात के दौरान एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने अपनी समस्याओं को लेकर एक ज्ञापन सौंपा। साथ ही मांग रखी कि इन समस्याओं को जल्द हल करवाए। एसोसिएशन के साथ पूर्व मंत्री व विधायक शाहिद मंजूर भी मौजूद रहे।
इनके अलावा प्रतिनिधिमंडल में संतराम प्रधान अध्यक्ष गाजीपुर डेयरी, हफीज मलिक उपाध्यक्ष, मुर्तजा भाई व जावेद प्रधान सचिव, हाजी रईस उपाध्यक्ष सभी गाजीपुर डेयरी, अनिल विधूड़ी अध्यक्ष मदनपुरा खादर डेयरी, इंदेशराज अध्यक्ष झड़ौदा डेयरी, दीपक उपाध्यक्ष झड़ौदा डेयरी, देवेन्दर कुमार अध्यक्ष शाहबाद डेयरी, जगवीर अध्यक्ष मसूदपुर डेयरी, अवनिंदर सिंह उपाध्यक्ष मसूदपुर डेयरी, जितेंदर कुमार उपाध्यक्ष शाहबाद डेयरी, कल्लू शर्मा सचिव गाजीपुर डेयरी, जगवीर भाटी गाजीपुर डेयरी एवं देवेंदर सिंह जोधा गाजीपुर डेयरी उप​स्थित रहे।
एसोसिएशन ने अपने ज्ञापन में बताया कि गाजीपुर डेयरी फार्म और दिल्ली के अन्य 10 डेयरी फार्मों को 1976 में दिल्ली के अंतिम कोनों पर जंगल में बसाया गया था। 2027 में घोघा डेयरी फार्म बसाया गया। गाजीपुर डेयरी फार्म के अलावा अन्य डेयरी फार्म, मसूदपुर डेयरी फार्म, मदनपुरी डेयरी फार्म (डीडीए द्वारा बनाए गए) घडोली डेयरी फार्म (अब आवासीय कालोनी में कन्वर्ट) गोयला डेयरी फार्म, ककरोला डेयरी फार्म, नांगली डेयरी फार्म, भलस्वा डेयरी फार्म, शाहबाद दौलतपुर डेयरी फार्म, झड़ौता डेयरी फार्म और घोघा डेयरी फार्म (एमसीडी) बनाए गए। एक एनजीओ ने डेरी मालिकों के खिलाफ हाईकोर्ट में पशु क्रूरता को लेकर एक केस दर्ज करा दिया है। साथ ही अन्य तरह से परेशान भी किया जा रहा है।
इसके अलावा एसोसिएशन ने कहा कि दिल्ली सरकार ने 2019 में मिक्स्ड लैंड यूज पालिसी बनाई थी। इसे अभी तक लागू नहीं किया गया। यह नीति प्रदूषण मुक्त व्यापार करने की इजाजत देती है। इसके अलावा इस क्षेत्र में कूड़ा पड़ने से भी डेयरी फार्मों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है।
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