लखनऊ में TB निरोधी दवाओं के प्रबन्धन के लिए फार्मेसी एप्लीकेशन एप लॉन्च किया गया है। यह एप पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर अभी लखनऊ में शुरू किया गया है। इस एप पर निजी क्षेत्र के ड्रगिस्ट एवं केमिस्ट को अपने यहां आने वाली TB मरीजों और उनको बेचीं जाने वाली दवाओं का विवरण भरना होगा।
दो दिवसीय प्रशिक्षण के अंतिम दिन दी जानकारी
राज्य क्षय रोग अधिकारी डॉ. शैलेन्द्र भटनागर के निर्देशन में क्षेत्रीय क्षय उन्मूलन इकाई सभागार में दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में यह जानकारी दी गई। इसकी अध्यक्षता मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज अग्रवाल ने की। राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम (NTEP) के तहत अनुसूची एच-1 से आच्छादित क्षय निरोधी दवाओं के प्रबन्धन के लिए जनपद में फार्मेसी एप्लीकेशन एप लॉन्च किया गया है।
प्रशिक्षण में दवा निरीक्षक, थोक और फुटकर दवा विके्रता तथा एनटीईपी के कर्मचारियों ने हिस्सा लिया। गुरूवार को प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन हो गया।
एप मुख्यत: TB पर केन्द्रित और निजी क्षेत्र के फार्मेसिस्ट के लिए एकीकृत प्लेटफॉर्म
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. अतुल कुमार सिंघल ने बताया कि फार्मेसी एप्लीकेशन एप मुख्यत: TB पर केन्द्रित है और यह निजी क्षेत्र के फार्मेसिस्ट के लिए एकीकृत प्लेटफॉर्म है। यह एप खाद्य सुरक्षा एवं ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (FDSA) से अधिकृत है। जिसमें एच-1 अनुसूची में दी गयी TB की सभी दवाओं की विस्तृत जानकारी है।
TB मरीजों को सरकार की योजनाओं का भी मिलेगा लाभ
डॉ. अतुल कुमार सिंघल के मुताबिक इस एप पर निजी क्षेत्र के ड्रगिस्ट एवं केमिस्ट को अपने यहां आने वाली TB मरीजों और उनको बेचीं जाने वाली दवाओं का विवरण भरना होगा। इससे हम निजी क्षेत्र में इलाज करने वाले TB मरीजों की पहचान कर पाएंगे और उन्हें सरकार द्वारा दी जाने वाली सेवाएं भी उपलब्ध करा पाएंगे।
अभी लखनऊ में शुरू किया गया यह एप
उन्होंने बताया कि यह एप पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर अभी लखनऊ में शुरू किया गया है। इसे प्ले स्टोर से डाऊनलोड किया जा सकता है। प्रशिक्षण में FDSA से बृजेश कुमार, विश्व स्वास्थ्य संगठन से डॉ. उदित मोहन, NTEP के जिला कार्यक्रम समन्वयक दिलशाद हुसैन, डीपीसीएमसी रामजी वर्मा, सौमित्र मिश्रा, एसटीएस अभय चन्द्र मित्रा, औषधि निरीक्षक निलेश शर्मा, सन्देश मौर्या, स्टेट तकनीकी सहायता इकाई से भरत शेट्टी, सृष्टि, अनुज, मानवेन्द्र, केमिस्ट एसोसियेशन के अध्यक्ष विनय शुक्ला, 15 थोक और 55 फुटकर दवा विक्रेता ने प्रतिभाग किया।