Asha Worker ने निकाला ITO पर कैंडल मार्च, कहा जब तक मांग नहीं हो जाती पूरी जारी रहेगा आंदोलन
आशा वर्कर्स के समर्थन में आए स्वास्थ्य कर्मी संगठन, मांगों को पूरा करवाने में करेंगे मदद
नई दिल्ली
अपनी मांगों को लेकर पिछले 38 दिनों से विरोध प्रदर्शन कर रही आशा वर्कर्स ने बुधवार को शहीदी पार्क, आईटीओ से दिल्ली सचिवालय तक कैंडल मार्च निकाला।
दिल्ली आशा वर्कर्स एसोसिएशन का कहना है कि दिल्ली की हजारों आशा वर्कर्स सरकार के रवैये से परेशान हो गई है। जनता और महिलाओं की बात करने वाली अरविंद केजरीवाल सरकार ने आशाओ की हड़ताल के 38 दिन बीत जाने के बाद भी कोई सुध नहीं ली है। ऐसा प्रतीत होता है कि दिल्ली सरकार अब केवल वोट की राजनीति कर रही है, न ही जनता से न ही कर्मचारी की समस्यायों-तकलीफो से कोई मतलब है। जो चिंतनीय विषय है।
आशा वर्कर्स ने बताया कि अपनी मांगों को रखते हुए आशा शहीद पार्क से सचिवालय की ओर बढ़ी। लेकिन उन्हें प्यारेलाल भवन के पास ही पुलिस ने रोक लिया। उसके बाद मार्च जुलूस सभा में तब्दील हो गया।
विरोध सभा को दावा यूनियन की कार्यकारी अध्यक्षा शिक्षा राणा, अध्यक्षा सोनू, महासचिव उषा ठाकुर, सुजाता, सरोज के अलावा एआईयूटीयूसी के राज्य सचिव मैनेजर चौरसिया, अन्य नेतागण सतीश पंवार, भंवरपाल, भरतवीर, विजय व प्रकाश देवी ने संबोधित किया।
आज आशाओ के आंदोलन के समर्थन में देश के क्रांतिकारी किशोरों के संगठन कोमसोमोल से तमन्ना ने अपनी बात रखी। कल आशाओं के हड़ताल के 39 वें दिन धरनास्थल पर जयनगर (बंगाल) के पूर्व सांसद डॉक्टर तरुण मंडल आशाओं से मिलने वाले व सम्बोधित करने आएंगे।