आशा वर्कर्स ने किया प्रदर्शन, कहा हमारी मांगे पूरी करो
28 अगस्त से आशाएं अनिश्चितकालीन हड़ताल करते हुए सिविल लाइन पर धरना दे रही हैं।
नई दिल्ली
अपनी मांगों को लेकर दिल्ली आशा वर्कर्स एसोसिएशन (दावा यूनियन) लगातार सिविल लाइन पर धरना दे रही रही है। इनकी मांग है कि आशाओं की समस्या को दूर किया जाए। ये आशा वर्कर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर है।
इनका कहना है कि आशाओं को इन्सेंटिव नहीं वेतन दो, सभी इंसेंटिव को चार गुणा करो, सरकारी कर्मचारी का दर्जा दो, बिना इंसेंटिव काम करना बंद करवो, पॉइंट मुक्त 15 हज़ार वेतन दो।
विरोध प्रदर्शन को दावा की सचिव उषा ठाकुर, अध्यक्ष सोनू और कार्यकारी अध्यक्ष शिक्षा ने धरने को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि जब तक हमारी मांगे नहीं मानी जाएगी तब तक हमारी हड़ताल जारी रहेगी। हम सरकार के पास बार-बार अपनी मांगो और समस्याओं का पत्र देते आए हैं 19 जुलाई को हमने दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज को अपना ज्ञापन दिया लेकिन हमारी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। मजबूर होकर हमें अनिश्चितकालीन हड़ताल का फैसला लेना पड़ा है और आज हम दिल्ली की आशाएं अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गई हैं। धरने को संबोधित करते हुए दावा यूनियन की सलाहकार प्रकाश देवी तथा एआईयूटीयूसी के दिल्ली राज्य सचिव मैनेजर चौरसिया ने कहा कि आशा वर्कर्स दिन-रात कड़ी मेहनत करके काम करती है लेकिन उनको पूरा मेहनताना नहीं मिलता। डॉक्टर और ए एन एम के द्वारा तरह-तरह से शोषण किया जाता है। उनसे बिना इंसेंटिव भी काम करवाया जाता है। इसलिए एआईयूटीयूसी भी सरकार से यह मांग करती है कि आशाओं की मांगों को पूरा किया जाए।