Azamgarh: मैंने अपने जीवन में बहुत बार उतार-चढ़ाव को देखा है-यशवंत सिंह “शिब्ली”

मुंबई से जसवंत सिंह शिब्ली को अपने मातृभूमि पितृ भूमि ग्राम सभा असवनिया ले आई

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Azamgarh, Upendra Kumar Pandey:

समाज में अच्छे कर्म करने से मनुष्य को अपने और अपनों में अच्छे भाव देखने को मिलता है। चाहे वह परिवार, गांव, क्षेत्र या समाज के प्रति समर्पण भाव, दुख सुख को समान रूप से लोगों में जाकर भागीदारी करना, यह कार्य उस व्यक्ति के ऊपर बहुत बड़ा प्रभाव डालता है। चाहे यह कार्य भगवान की कृपा से हो रहा हो या वह स्वयं अपने आत्म बल से कर रहा हो या पूर्वजों की कृतिमान स्थापित करने के लिए कर रहा हो। इस तरह के कार्य परिवार क्षेत्र समाज के लिए बहुत ही उपयोगी है। ऐसे कार्य करने वाले लोग अपने और अपनों को बहुत बड़ा सौभाग्य प्रदान करते हैं।

मुंबई से जसवंत सिंह शिब्ली को अपने मातृभूमि पितृ भूमि ग्राम सभा असवनिया ले आई
ठेकमा ब्लॉक ग्राम असवनिया निवासी जसवंत सिंह शिब्ली को यह प्रेरणा मिली कि मुझे समाज के प्रति समर्पण होना चाहिए। मैंने अपने लिए बहुत कुछ कर दिया उनकी यह सोच उनको मुंबई से जसवंत सिंह शिब्ली को अपने मातृभूमि पितृ भूमि ग्राम सभा असवनिया ले आई।

बचपन से ही समाज के लोगों की सेवा करना मेरे स्वभाव में था
उन्होंने बताया कि मुझे बचपन से ही समाज के लोगों की सेवा करना मेरे स्वभाव में था। मैं सन 1996 से समाज के प्रति समर्पण हो गया। 2007 व 2012 में मुझे ग्राम सभा की तरफ से आशीर्वाद मिला। मैं ग्राम असवनिया का प्रधान चुना गया। 2015 में मैं सराय मोहन क्षेत्र से महा प्रधान चुना गया। 2017 में दीदारगंज से विधानसभा का चुनाव भी मैं लड़ा।

ओमप्रकाश राजभर ने मुझे पार्टी का प्रदेश सलाहकार बना दिया
मेरी पत्नी साधन सहकारी समिति की अध्यक्ष रही। इसी दौरान मेरी मुलाकात सुहेलदेव समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर से हुई। उन्होंने मुझे पार्टी का प्रदेश सलाहकार बना दिया है। मैंने अपने जीवन में बहुत बार उतार-चढ़ाव को देखा है लेकिन अब मुझे अपने को अपनों में ही रहने की इच्छा रहती है।

समाज के प्रति हमेशा दुख सुख में साथ रहूंगा
इसलिए मैंने यह निर्णय लिया है कि जब तक मैं धरती पर रहूंगा समाज के प्रति हमेशा दुख सुख में समाज के साथ रहूंगा। इससे बड़ी कोई सेवा नहीं है कि मेरे द्वारा समाज के प्रति आस्था और श्रद्धा के साथ मैं समाज में रहता हूं और लोगों कें साथ रहकर उनके बीच मुझे बहुत बड़ी संतुष्टि मिलती है।

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