सचिन पायलट के नामांकन से पहले किसानों ने किया प्रदर्शन
टोडा रायसिंह उपखंड मुख्यालय पर किसानों ने बीसलपुर बांध से नहरों में पानी छोड़ने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया ।
राजस्थान
राजस्थान में 25 नवंबर को चुनाव है जिसको लेकर सभी पार्टी के नेता चुनाव के लिए नामांकन कर रहे है। इसी बीच सचिन पायलट के नामांकन से पहले किसानों ने राजस्थान में किसानों ने पानी नहीं तों वोट नहीं का नारा दिया । किसानों ने बुलंद आवाज में नारों से टोडा रायसिंह उपखंड मुख्यालय गुंजा यह वो क्षेत्र हैं जहां से चुनाव कांग्रेस पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट चुनाव लड़ रहे हैं। टोडा रायसिंह क्षेत्र के 11 पंचायत टोंक विधानसभा क्षेत्र में जुड़ी है। इससे पायलेट के यदि बिसलपुर बांध से नहरों में पानी नहीं छोड़ा गया तों पायलट के बड़े वोट बैंक को नुकसान पहुंचेगा।
2 नवंबर को कृषि उपज मंडी समिति टोंक में भी किसान महापंचायत का आयोजन होगा जिसका नेतृत्व किसान महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष रामपाल जाट करेंगे। जिसमें 256 गांवों के किसानों की भागीदारी रहेगी। 25 अक्टूबर को बिसलपुर बांध से नहरों में पानी छोड़ने को लेकर किसानों ने मिटिग करतें हुए जिला कलेक्टर टोक को 7 दिवस का अल्टिमेटम दिया था जिसके बैनर पर स्लोगन पानी नहीं तो वोट नहीं के नारे से जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकर्षित करने की कोशिश भी की गई थी।
टोडा रायसिंह में 11 पंचायतों के प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया जिसमें किसान महापंचायत के प्रदेश मंत्री रतन खोखर, पूर्व सरपंच नाथू सिंह, बाबूलाल सरपंच बरवास ,राजेंद्र पारीक पूर्व सरपंच, रमेश जाट बिबोलवा, बजरंग लाल माली, शैतान माली उप सरपंच, हेमराज जाट अध्यक्ष, पन्नालाल जाट, छोटू लाल जाट टोडा अध्यक्ष, ओम प्रकाश सीआर, सीताराम सी आर, किशन लाल माली सरपंच, श्योराज गुर्जर अध्यक्ष, शैतान सिंह मौजूद रहें।
4 नवंबर 2017 को जब बाद में 313.50 एल आर मीटर पानी था, तब भी किसानों को 4 टीएमसी पानी दिया गया था। तब भी पयेजल को लेकर कोई परेशानी उत्पन्न नहीं हुई। आज भी बांध में 313.52 एल आर मीटर बांध में पानी हैं यदि किसानों के लिए 6.42 टीएमसी पानी सिंचाई हेतु छोड़ा जाता है तों किसी प्रकार की पयेजल की कमी नहीं होंगी।जबकि 1 अक्टूबर से 31 जुलाई तक 10.19 टीएमसी ही पानी खर्च होता है।जिला प्रशासन समय रहते किसानों की मांगों पर पुनः विचार करतें हुए किसान हितों में फैसला ले।